जैफ थॉमसन के नक्शेकदम पर जम्मू एक्सप्रेस उमराव मलिक
आईपीएल के 15वें संस्करण में तेज गेंदबाज चर्चा में
नई दिल्ली। आईपीएल के 15वें संस्करण में जम्मू एक्सप्रेस उमराव मलिक के खासे चर्चे हैं। वह फिलवक्त जैफ थॉमसन के नक्शेकदम पर चल रहे हैं। थॉमसन की तरह उमरान मलिक को भी बल्लेबाजों के हेलमेट पर गेंद मारने में मजा आता है। इस गेंदबाज को भारतीय टीम से खेलने का अवसर मिल सकता है।
बात 1974-75 में हुई एशेज सीरीज की है। तब जेफ थॉमसन की रफ्तार और बाउंसर से इंग्लैंड के बल्लेबाज हिल गए थे। कई इंग्लिश बैटर्स ने थॉमसन की गेंदों को शरीर पर झेला। एक इंटरव्यू में थॉमसन ने कहा था- मुझे बल्लेबाज को आउट करने से ज्यादा मजा उसे हिट करने में आता है। इन दिनों क्रिकेट की दुनिया में एक रफ्तार के सौदागर की खूब चर्चा हो रही है और यह स्पीड स्टार भारत का है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं जम्मू एक्सप्रेस के नाम से मशहूर उमरान मलिक की। आईपीएल के 15वें संस्करण में उमरान की रफ्तार से बल्लेबाज खौफजदा हैं और मौजूदा आंकड़े इसकी गवाही देते हैं। थॉमसन की तरह उमरान को भी बल्लेबाजों के हेलमेट पर गेंद मारने में मजा आता है।
जून में टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका और ऑयरलैंड के खिलाफ सात टी20 मैच खेलेगी। आयरलैंड दौरे पर सीनियर्स को रेस्ट दिया जा सकता है। ऐसे में माना जा रहा है कि उमरान को इस टीम में जगह मिल सकती है। एक वजह ये भी है कि इसी दौरान टीम इंडिया को इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज भी खेलनी है। यानी ये माना जा सकता है कि नए प्लेयर्स को आयरलैंड सीरीज में मौका मिलेगा और अगर ऐसा हुआ तो उमरान को टीम इंडिया में मौका मिलना तय है।
150 किमी/घंटा की रफ्तार के साथ जिस तरह उमरान ने गेंदबाजी की है, उसने सबको काफी प्रभावित किया है। उमरान यूएई में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के साथ बतौर नेट बॉलर जुड़े हुए थे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इस साल खेले जाने वाले टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए फास्ट बॉलिंग पूल में गेंदबाजों की संख्या बढ़ाना चाहता है। भुवनेश्वर कुमार, आवेश खान, हर्षल पटेल, मोहम्मद सिराज, दीपक चाहर को जगह मिलनी तय है। बेंच पर टी. नटराजन, अर्शदीप और उमरान मलिक किसी भी मौके को भुनाने में पीछे नहीं रहेंगे।
उमरान के मुताबिक- पंजाब से जम्मू टेनिस बॉल क्रिकेट खेलने एक टीम आती थी। इस दौरान लोकल प्लेयर्स मुझे बुलाते थे ताकि वो मेरी गेंदबाजी की मदद से मैच जीत सकें। उस वक्त भी मेरे पास काफी रफ्तार थी। मैं अब्दुल समद के साथ नियमित प्रैक्टिस करता था। समद ने मेरी काफी मदद की। मेरी बॉलिंग के वीडियो सनराइजर्स मैनेजमेंट के पास भेजे। पहले मैं इस टीम का नेट्स बॉलर बना। आज इसकी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा हूं।
उमरान आगे कहते हैं- जब कोई कहता है कि आज मेरी रफ्तार कम है तो जैसे तन-बदन में आग लग जाती है। इसके बाद और तेज रफ्तार से बॉलिंग करता हूं। मुझे बल्लेबाजों के विकेट उखाड़ने के अलावा उनके हेलमेट पर गेंद मारना भी बहुत पसंद है। ऐसा करने का मतलब है कि मैंने बल्लेबाज को बीट कर दिया। इसके बाद वह मेरे खिलाफ बड़े शॉट खेलने की कोशिश नहीं करेगा।
कीवी बल्लेबाज और हैदराबाद टीम के कप्तान केन विलियमसन की तारीफ में उमरान कहते हैं- अगर मेरी गेंदों पर चौके-छक्के भी पड़ते हैं, तो भी वह परेशान नहीं होते। पूछते हैं कि आप ठीक हो न? अगर कोई कप्तान अपने गेंदबाजों को इस तरह से हौसला देता है तो उससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है। मैं अब नकल बॉल (क्रॉस सीम को खास तरह से पकड़ना) और स्लोअर बॉल्स पर काम कर रहा हूं।
इरफान पठान के साथ शुरू हुई नई यात्रा
कुछ साल पहले की बात है, जम्मू-कश्मीर रणजी ट्रॉफी टीम के लिए एक कैंप लगा। इरफान पठान इसे कंडक्ट कर रहे थे। इतने बड़े पूर्व भारतीय खिलाड़ी को सामने देखकर उमरान ने पूछा- भाई, मैं भी बॉलिंग करूं? इरफान ने मंजूरी दे दी। इसके बाद बॉलिंग करते हुए उमरान ने जम्मू कश्मीर के एक बल्लेबाज को पैर और थाइपैड पर गेंद मारी। यह देखकर इरफान ने उमरान से उनका नाम पूछा। इरफान ने ही बॉलिंग जंप को लेकर हो रही परेशानी दूर की। इरफान के साथ उमरान ने 10 दिन गुजारे। इरफान उन्हें 1 घंटा एक्स्ट्रा देते थे। इसके बाद उमरान ने पलटकर नहीं देखा।
उमरान को अहसास है कि अब उन्हें पूरी दुनिया पहचानने लगी है। इसके लिए वो सनराइजर्स हैदराबाद के शुक्रगुजार हैं। एक नेट बॉलर से टीम के स्ट्राइक बॉलर का सफर शानदार रहा। उमरान कहते हैं- पहले हम सीमेंट विकेट्स पर प्रैक्टिस करते थे। फिर समद ने आईपीएल खेला तो जम्मू के साइंस कॉलेज में हमें टर्फ विकेट मिला। तब जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के पास सिर्फ दो टर्फ विकेट थे। हम वहीं प्रैक्टिस करते थे। अब तमाम फैसिलिटीज काफी बेहतर हो रही हैं। ऊपर वाले ने चाहा तो इससे भी बेहतर बॉलिंग करके दिखाऊंगा। जसप्रीत बुमराह ने मुझे काफी चीजें सिखाई हैं।