हरियाणा के मुक्केबाजों और पहलवानों की बल्ले-बल्ले

कुश्ती खिलाड़ियों की 10 कैटेगरी
सभी को मिलेगा कैश अवार्ड
खेलपथ संवाद
चण्डीगढ़।
हरियाणा के कुश्ती खिलाड़ियों को बड़ी राहत सरकार ने दी है। कुश्ती, बॉक्सिंग, जूडो व वुशू खेल प्रतियोगिताओं में भार वर्ग (वैट कैटेगरी) की शर्तों को सरकार ने हटा दिया है। कैश अवार्ड पॉलिसी में सरकार ने संशोधन किया है। खिलाड़ियों द्वारा लम्बे समय से इसकी मांग की जा रही थी। 
खेल एवं युवा मामले विभाग के निदेशक पंकज नैन ने इनका प्रपोजल बनाकर भेजा था। स्पोर्ट्स सेक्रेटरी के अलावा खेल एवं युवा मामले मंत्री संदीप सिंह की मुहर के बाद यह कैबिनेट एजेंडे में पहुंचा। अब किसी भी वर्ग में कोई भी खिलाड़ी मेडल जीतकर लाता है तो उसे कैश अवार्ड पॉलिसी के अनुसार नकद ईनाम मिलेगा। विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई चैम्पियनशिप, राष्ट्रमंडल खेलों, राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप, राष्ट्रीय खेलों और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में कुल 10 भार वर्गों में कुश्ती खेली जाती है वहीं ओलम्पिक खेलों और एशियाई खेलों में केवल छह भार वर्ग में ये खेल खेले जाते हैं। 
इसी तरह मुक्केबाजी (पुरुष) विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई खेलों, एशियाई चैम्पियनशिप, राष्ट्रमंडल खेल, राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप, राष्ट्रीय खेल और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में कुल 10 भार वर्गों में भी खेली जाती है, जबकि ओलम्पिक खेलों में केवल छह भार वर्ग में ये खेली जाती हैं। इन भार वर्ग के अलावा अन्य भार वर्ग में खिलाड़ी के मेडल जीतने पर उसे कोई लाभ नहीं दिया जा रहा था। 
अब सरकार ने माना है इसमें एक खिलाड़ी की गलती नहीं है कि उसका भार वर्ग ओलम्पिक, एशियाई या राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल नहीं है, यह तकनीकी रूप से भी बहुत मुश्किल है। कुछ मामलों में एक खिलाड़ी के लिए अपना भार वर्ग बदलना और नए सिरे से शुरुआत करना लगभग असंभव है। इसलिए संशोधन किया गया है।

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