सासाराम के आकाशदीप ने क्रिकेट के लिए छोड़ा अपना आशियाना
कोलकाता के तीन विकेट लेकर आईपीएल में बने हीरो
खेलपथ संवाद
मुम्बई। जीवन में कब कौन क्या कर गुजरे यह कहना कठिन है। सासाराम बिहार निवासी आकाशदीप ने क्रिकेट के लिए अपना आशियाना ही नहीं अपना राज्य भी छोड़ दिया और अब वह सबकी नजरों का नूर बन गए हैं। आईपीएल के 15वें सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से दूसरा मैच खेल रहे आकाशदीप ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच में 3 विकेट लकेर सुर्खियों में हैं।
आकाशदीप ने बुधवार को हुए मुकाबले में वेंकटेश अय्यर, उमेश यादव और नीतीश राणा को पवेलियन की राह दिखाई। आकाशदीप को क्रिकेट में करियर बनाने के लिए न केवल अपने परिवार को छोड़ना पड़ा बल्कि उन्हें राज्य भी छोड़ना। आकाशदीप बिहार के रोहताश जिले के सासाराम के रहने वाले हैं। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन की वजह से वह बंगाल चले गए। आसनसोल में रिलेटिव के घर रहकर बंगाल में क्रिकेट क्लब खेला और बाद में घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया। पिछले साल वॉशिंगटन सुंदर की इंजरी की वजह से पहली बार आईपीएल में आरसीबी की टीम में शामिल हुए। इस साल डेब्यू करते हुए दूसरे मैच में ही 45 रन देकर 3 विकेट लिए।
पूर्व रणजी खिलाड़ी सौराशीष लाहिरी ने पहचानी प्रतिभा
आकाशदीप की प्रतिभा बंगाल रणजी टीम के सहायक कोच सौराशीष लाहिरी ने पहचानी। लाहिरी घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व कर चुके थे। लाहिरी के मुताबिक जब मैं पहली बार बंगाल के अंडर-23 का कप्तान बना, तो मुझे पता चला कि बिहार का एक लड़का बंगाल के क्रिकेट क्लब से खेल रहा है, वह टैलेंटेड है। उस समय आकाशदीप यूनाइटेड क्लब से खेल रहे थे। मैंने नेट पर बॉलिंग के लिए बुलाया। मैंने देखा कि उसकी गेंदबाजी में पेस है। मैंने उन्हें बंगाल अंडर-23 टीम में शामिल किया।
सौराशीष बताते हैं कि 2019 में जब उसका चयन अंडर-23 में किया, तभी वह चोटिल हो गए। उनके बैक में प्रॉब्लम था। हालांकि, हमने टीम के साथ ही रखा। हर टूर पर उसे लेकर जाते थे। मैच में नहीं खिलाया लेकिन उसका ख्याल रखा। उसको टीम के साथ लेने जाने पर सवाल भी उठे, आखिर जब वह फिट होकर लौटे तो उस साल सीके नायडू के फाइनल में टीम को पहुंचाया। बाद में उनका चयन अंडर-23 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए इंडिया टीम में हुआ। ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद बंगाल के सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में डेब्यू किया। आखिरी दो मैचो में 4 विकेट लिए। बाद में हर फॉर्मेट में बंगाल टीम के स्थायी सदस्य हो गए। उसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आकाशदीप साल 2009-10 में सासाराम के न्यू स्टेडियम से क्रिकेट की शुरुआत की। वहां पर उन्होंने शुरुआती ट्रेनिंग ली। बाद में बंगाल चले गए। उनके पिता स्व. रामजी सिंह शारीरिक शिक्षक थे, जबकि माता लड्डूमा देवी गृहिणी हैं। उनका परिवार गांव में खेती-बाड़ी करता है। 2019 में घरेलू क्रिकेट में आकाशदीप ने बंगाल से तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किया। अब तक खेले 11 फर्स्ट क्लास मैच में 3.16 की इकोनॉमी रेट से 45 विकेट लिए वहीं लिस्ट ए के 16 मैचों में 5.58 की इकोनॉमी रेट से 25 विकेट लिए, जबकि टी-20 के 23 मैचों में 6.90 की इकोनॉमी रेट से 30 विकेट लिए हैं।