बल्ले और गेंद से छाए रविन्द्र जड़ेजा
भारत ने पहली पारी आठ विकेट पर 574 रन पर की घोषित
श्रीलंका के खिलाफ पहला क्रिकेट टेस्ट मैच
खेलपथ संवाद
मोहाली। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन शनिवार को यहां चाय के विश्राम से ठीक पहले अपनी पहली पारी आठ विकेट पर 574 रन बनाकर समाप्त घोषित की। भारत की तरफ से रविंद्र जडेजा ने सर्वाधिक नाबाद 175 रन बनाये जबकि श्रीलंका के लिये सुरंगा लखमल, विश्व फर्नांडो और लेसिथ एम्बुलडेनिया ने दो-दो विकेट लिये।
रविंद्र जडेजा ने बेहतरीन शतकीय पारी खेलकर फिर साबित किया कि वह अभी देश के शीर्ष आलराउंडर हैं, जबकि उनके स्पिन जोड़ीदार रविचंद्रन अश्विन ने अर्धशतक जमाया। इससे पूर्व भारत ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे शनिवार को यहां लंच तक अपनी पहली पारी में सात विकेट पर 468 रन बनाये थे। जडेजा (166 गेंदों पर नाबाद 102) ने 10 चौकों की मदद से अपने टेस्ट करिअर का दूसरा शतक पूरा कर लिया था, जबकि अश्विन (82 गेंदों पर 61 रन) ने उपमहाद्वीप की पिचों पर बल्लेबाजी में अपना अच्छा रिकार्ड बरकरार रखते हुए 12वां अर्धशतक जमाया। जडेजा के लिये यह शतक काफी मायने रखता है क्योंकि घुटने की चोट के कारण वह इस सत्र में चार टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाये थे। जडेजा और अश्विन ने सातवें विकेट के लिये 130 रन जोड़े जिससे श्रीलंका की वापसी की संभावनाओं को भी करारा झटका लगा। इन दोनों के शानदार प्रयास से भारत ने पहले सत्र में 27 ओवरों में 111 रन जोड़े।
श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने रक्षात्मक क्षेत्ररक्षण लगाया, जिससे पता लगता है कि उनकी टीम किस तरह से दबाव में है। इसका असर यह हुआ कि जडेजा और अश्विन ने आसानी से एक दो रन बटोरे और बीच-बीच में चौके भी लगाये। श्रीलंका को आखिर में लंबे इंतजार के बाद सुरंगा लखमल ने सफलता दिलायी, जिनकी शार्ट पिच गेंद अश्विन के दस्ताने को चूमकर विकेटकीपर निरोसन डिकवेला के पास चली गयी। अश्विन ने अपनी पारी में आठ चौके लगाये। लेकिन इससे जडेजा पर असर नहीं पड़ा। उन्होंने लेसिथ एम्बुलडेनिया की गेंद को कवर क्षेत्र में खेलकर एक रन लेकर अपना शतक पूरा किया और अपने चिर परिचित अंदाज में बल्ले को तलवार की तरह घुमाकर जश्न मनाया। लंच के समय उनके साथ जयंत यादव दो रन पर खेल रहे थे।