मिताली का सपना इस बार महिला विश्व कप हो अपना

नौ टूर्नामेंटों में हिस्सा, दो बार फाइनल में पहुंचे
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
आईसीसी महिला वर्ल्ड कप का आगाज 4 मार्च से न्यूजीलैंड में हो गया है। पहला मुकाबला न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया। वहीं, टीम इंडिया अपने अभियान की शुरुआत 6 मार्च को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ करेगी। 2017 में खेले गए पिछले महिला वनडे वर्ल्ड कप में भारत ने फाइनल तक का सफर तय किया था। हालांकि, टीम खिताब नहीं जीत सकी थी। इस बार टीम को खिताबी जीत के लिए फेवरेट माना जा रहा है। टीम की कप्तान मिताली राज भी विश्व कप के साथ क्रिकेट को अलविदा कहना चाहती हैं। 
अभी तक कुल 11 महिला वर्ल्ड कप खेले गए हैं और भारत ने 9 में हिस्सा लिया है। टीम इंडिया कभी चैम्पियन नहीं बन सकी है, लेकिन दो बार रनर अप रही और दो बार सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम 1978 और 1988 के वर्ल्ड कप में नहीं खेली थी। महिला वर्ल्ड कप की शुरुआत 1973 में हुई थी, लेकिन भारतीय टीम ने पहला वर्ल्ड कप 1978 में खेला था। इस वर्ल्ड कप में टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था और महिला टीम अपने ही घरेलू मैदानों पर पिछड़ी हुई नजर आई थी।
1982 में महिला वर्ल्ड कप कीवी सरजमीं पर खेला गया था और भारतीय महिला टीम एक बार फिर से इस टूर्नामेंट में कुछ खास कमाल दिखाने में नाकाम रही। टीम ने कहने को तो 12 मुकाबले खेले, लेकिन खिताब जितना तो दूर भारतीय टीम टॉप-4 में भी जगह नहीं बना सकी। भारतीय टीम चौथे पायदान पर रही थी।
1993 वर्ल्ड कप (होस्ट: इंग्लैंड)
भारत का ये चौथा महिला वर्ल्ड कप था। टीम इंडिया ने 7 मैच खेले और 4 जीते, जबकि 3 में टीम को हार का सामना करना पड़ा था। चौथे वर्ल्ड में भी भारतीय टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी और चौथे पायदान पर रही।
1997 वर्ल्ड कप (होस्ट: भारत)
19 साल के बाद भारत को दूसरी बार महिला वर्ल्ड कप की मेजबानी मिली। इस बार टीम की कमान प्रमिला भट्ट के हाथों में थी और टीम ने लीग स्टेज के 7 में से 4 मैच जीते और पहली बार सेमीफाइनल का टिकट कटाया था। घरेलू मैदानों पर टीम बढ़िया लय में नजर आ रही थी, लेकिन सेमीफाइनल में टीम को ऑस्ट्रेलिया ने 19 रन से हरा दिया।
2000 वर्ल्ड कप (होस्ट: न्यूजीलैंड)
7वें महिला वर्ल्ड कप में भारत ने लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में एंट्री की। भारत ने लीग स्टेज में 8 में से पांच मैचों में जीत दर्ज की और 3 में टीम को हार का मुंह देखना पड़ा। सेमीफाइनल में भारत का सामना मेजबान न्यूजीलैंड से था। भारतीय टीम केवल 117 रन पर ढेर हो गई थी और कीवी टीम ने मुकाबला 9 विकेट से जीता था।
2005 वर्ल्ड कप (होस्ट: साउथ अफ्रीका)
ये पहला महिला वनडे वर्ल्ड कप था, जिसमें भारत ने फाइनल तक का सफर तय किया था। सेमीफाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को 40 रन से हराया था और फाइनल में टीम का सामना ऑस्ट्रेलिया से था। कंगारू टीम ने भारत के सामने 216 रन का टारगेट रखा, लेकिन टीम 117 पर ही सिमट गई और टीम के वर्ल्ड कप जीतने का सपना, सपना ही रह गया।
2009 वर्ल्ड कप (होस्ट: ऑस्ट्रेलिया)
2009 वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय महिला टीम ने तीसरे स्थान पर रही। तीसरे स्थान की लड़ाई में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ लुईस नियम के अनुसार 3 विकेट से हार मिली।
2013 में भारत को तीसरी बार वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी का मौका मिला। इस बार टीम का कमान झूलन गोस्वामी के हाथों में थी। टीम ने 4 मैच खेले। इस दौरान 2 जीते और 2 में हार का सामना करना पड़ा। टीम अपने घरेलू सरजमीं पर 7वें स्थान पर रही।
2017 वर्ल्ड कप (होस्ट: इंग्लैंड)
पिछला महिला वर्ल्ड कर इंग्लैंड के मैदान पर खेला गया था और भारतीय महिला टीम की कप्तानी मिताली राज के पास थी। मिताली एंड कंपनी ने पूरे टूर्नामेंट में कमाल का प्रदर्शन किया और दूसरी बार फाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से हराया था। फाइनल में टीम का सामना होस्ट इंग्लैंड से था। टीम ट्रॉफी जीतने के बहुत करीब थी। इंग्लैंड ने टीम इंडिया के सामने 229 रन का टारगेट दिया, लेकिन टीम 219 रन ही बना सकी और मैच केवल 9 रन से हार गई।

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