पैरा तीरंदाज पूजा जातयान ने रजत पदक जीत रचा इतिहास

ऐसा करने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय पैरा तीरंदाज पूजा जातयान ने पैरा विश्व चैम्पियनशिप के व्यक्तिगत वर्ग में रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। पूजा यहां स्वर्ण पदक जीतने से चूक गईं लेकिन वह विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। पूजा को फाइनल में इटली की पैट्रिली विंसेंजा से हार का सामना करना पड़ा जिससे उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
24 वर्षीय इस पैरा तीरंदाज की निगाहें सीनियर स्तर पर पहली महिला तीरंदाज विश्व चैम्पियन बनने पर लगी थीं लेकिन गुरुग्राम की यह खिलाड़ी फाइनल में टोक्यो पैरालम्पिक रजत पदक विजेता की चुनौती पार नहीं कर सकी और 3-7 (24-24, 23-21, 26-28, 24-26, 25-27) से हार गयीं। उन्होंने ब्रिटेन की हेजल चेस्टी से 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 6-2 से जीत हासिल कर फाइनल में प्रवेश किया था।
भारत ने इस तरह विश्व तीरंदाजी पैरा चैम्पियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर अभियान दो रजत पदक से समाप्त किया। पूजा और उनके ही समान नाम की सीनियर साथी पूजा खन्ना टीम कांस्य पदक के लिए मंगोलिया की प्रतिद्वंद्वियों के सामने थीं लेकिन उन्हें 1-5 से हार का सामना करना पड़ा।
श्याम सुंदर स्वामी और ज्योति बालियान की कम्पाउंड मिश्रित जोड़ी ने इससे पहले रजत पदक जीतकर भारत का खाता खोला था जो देश का विश्व तीरंदाजी पैरा चैम्पियनशिप में पहला पदक भी था। चौथी वरीय के तौर पर क्वालीफाई करने वाली पूजा ने अपना अभियान पूजा खन्ना को 7-1 से हराकर शुरू किया था। क्वार्टर फाइनल में उन्हें श्वेतलाना बारांतसेवा से कड़ी चुनौती मिली लेकिन वह 6-4 से जीत दर्ज करने में सफल रहीं।

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