रहाणे और पुजारा को रणजी ट्रॉफी से मिलेगा जीवनदान?
श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम में होने का मौका
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। भारत के दो दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का फॉर्म पिछले कुछ सालों से खराब चल रहा है। दोनों बल्लेबाज अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम हो रहे हैं। पुजारा ने जनवरी 2019 तो रहाणे ने दिसंबर 2020 के बाद से शतक नहीं लगाया है। दक्षिण अफ्रीका में भी दोनों फेल रहे थे। अब दोनों के पास फॉर्म में वापसी का सुनहरा का मौका है। रहाणे और पुजारा रणजी ट्रॉफी में खेलने वाले हैं। इस दौरान दोनों बड़ी पारी खेलने में सफल रहे तो उनके करियर को जीवनदान मिलेगा। ऐसे में वे श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम में चुने जा सकते हैं।
भारतीय टीम को अभी वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज खेलनी है। उसके बाद श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट और तीन टी20 मैचों की सीरीज खेली जाएगी। 25 फरवरी से एक मार्च तक पहला टेस्ट बेंगलुरु में खेला जाएगा। यह मैच डे-नाइट होगा। इसके बाद दूसरा टेस्ट मोहाली के पंजाब क्रिकेट असोसिएशन स्टेडियम में पांच मार्च से नौ मार्च तक होगा। इसके बाद मोहाली में पहला टी20 मैच 13 मार्च, दूसरा टी20 धर्मशाला में 15 मार्च और तीसरा टी20 लखनऊ में 18 मार्च को खेला जाएगा।
रणजी ट्रॉफी में एक बड़े शतक से रहाणे और पुजारा का आत्मविश्वास बढ़ेगा। इसकी उन्हें जरूरत भी पड़ेगी। अगर दोनों खिलाड़ी ऐसा करने में सफल रहते हैं तो टीम में जगह बचाने में भी कामयाब हो सकते हैं। 10 फरवरी से प्लेट ग्रुप के मैच शुरू होने के बाद एलीट ग्रुप के मैच 16 फरवरी से शुरू होंगे। चयनकर्ताओं को प्रभावित करने के लिए दोनों अनुभवी खिलाड़ियों को कम से कम एक मैच जरूर मिलेंगे।
रहाणे और पुजारा ने क्रमशः मुंबई और सौराष्ट्र टीम के साथ प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। रहाणे मुंबई और पुजारा सौराष्ट्र की ओर से खेलते हैं। दोनों ही टीमें एक ही ग्रुप-डी में एक साथ है। मुंबई-सौराष्ट्र के साथ इस ग्रुप में ओडिशा और गोवा भी है। ग्रुप-डी के सभी मैच अहमदाबाद में खेले जाएंगे।
मुंबई के कोच अमोल मजुमदार ने कहा, "अजिंक्य निश्चित रूप से मैच के लिए उत्सुक हैं। हम कुछ समय के लिए मिले हैं। वे मुंबई की टीम के साथ अभ्यास कर रहे हैं। वे बल्ले के साथ सही दिख रहे हैं। उनमें बस आत्मविश्वास की कमी है। यह सिर्फ एक बड़े शतक से वापस आ सकता है।" बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को भी उम्मीद है कि पुजारा और रहाणे इस प्रमुख घरेलू प्रतियोगिता में रनों का अंबार लगाएंगे।
रहाणे जहां मुंबई में नेट्स पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं, वहीं पुजारा ने गुरुवार (तीन फरवरी) को राजकोट के एससीए स्टेडियम में गत चैंपियन सौराष्ट्र के साथ अभ्यास किया। पुजारा ने फिटनेस ट्रेनिंग के अलावा नेट्स में 90 मिनट तक बल्लेबाजी की। उन्होंने विशेष रूप से तेज गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग गेंदबाजी करने को कहा।
पुजारा ने रिवर्स स्विंग गेंदों का किया सामना
सौराष्ट्र के कोच नीरज ओडेड्रा ने कहा, "पुजारा अन्य बल्लेबाजों की तरह नहीं हैं। जब वह नेट्स में आते हैं तो उनके पास हमेशा एक खास योजना होती है। वे जिस तरह से ट्रेनिंग करते हैं उसमें बहुत सावधानी बरतते हैं। आज वह रिवर्स स्विंग के खिलाफ अभ्यास करना चाहते थे। ऐसी गेंदों का सामना उन्हें श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में करना पड़ सकता है।" पुजारा और रहाणे के लिए मुश्किल समय जरूर है, लेकिन उनके पास इस कठिन दौर से निकलने का पूरा अनुभव है।