टीम इंडिया की जीत के बीच खड़े हुए डीन एल्गर

भारत को जीत के लिए चाहिए आठ विकेट
जोहान्सबर्ग।
जोहान्सबर्ग टेस्ट के तीसरे दिन स्टंप्स तक साउथ अफ्रीका ने 240 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए 2 विकेट खोकर 118 रन बना लिए हैं। कप्तान डीन एल्गर (46) और रैसी वान डेर डूसेन (11) नाबाद पर हैं। एडेन मार्करम 31 और कीगन पीटरसन 28 रन बनाकर आउट हुए। मैच में अभी दो दिन का खेल बचा हुआ और अफ्रीकी टीम को मैच जीतने के लिए 122 रन बनाने हैं वहीं, टीम इंडिया को 8 विकेट की दरकार है।
अफ्रीका ने पहले दो विकेट 93 के स्कोर पर गंवा दिए थे, लेकिन टीम के कप्तान डीन एल्गर एक छोर संभालकर मैदान पर डटे रहे। एल्गर और डूसेन के बीच तीसरे विकेट के लिए 76 गेंदों में 25 रनों की साझेदारी हो चुकी हैं। एल्गर 121 गेंदें खएल चुके हैं। इससे पहले टीम इंडिया दूसरी पारी में 266 पर ऑलआउट हुई। अजिंक्य रहाणे ने सबसे ज्यादा 58 रन बनाए। चेतेश्वर पुजारा ने 53 और हनुमा विहारी ने नाबाद 40 रनों का योगदान दिया। साउथ अफ्रीका की ओर से कगिसो रबाडा, लुंगी एनगिडी और मार्को जेन्सन ने तीन-तीन विकेट लिए।
टारगेट का पीछा करते हुए सा. अफ्रीका की शुरुआत शानदार रही। पहले विकेट के लिए डीन एल्गर और एडेन मार्करम ने 60 गेंदों पर 47 रन जोड़े। ये साझेदारी शार्दूल ठाकुर ने मार्करम को आउट कर तोड़ी। मार्करम को शार्दूल ने अपने जाल फंसाकर आउट किया। दरअसल, 10वें ओवर में ठाकुर ने लगातार 4 बार मार्करम को बीट किया। 10वें ओवर की तीसरी गेंद पर टीम इंडिया ने मार्करम के खिलाफ पगबाधा की जोरदार अपील की, लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया। कप्तान केएल राहुल ने भी रिव्यू न लेने का फैसला किया। ओवर की अगली गेंद पर फिर पगबाधा की अपील की गई। शार्दूल रिव्यू लेना चाहते थे, लेकिन अन्य खिलाड़ियों ने मना किया और अच्छा किया क्योंकि रीप्ले में गेंद बाहर जा रही थी। अगली गेंद पर ठाकुर ने अफ्रीकी ओपनर को गुड लेंथ गेंद से बीट किया। ओवर की आखिरी गेंद पर शार्दूल की मेहनत रंग लाई और मार्करम LBW आउट हुए। शार्दूल ठाकुर की गेंद ऑफ स्टंप और गुड लेंथ पर पड़कर हल्की सी अंदर आई थी। मार्करम उसे फ्रंटफुट पर आकर सीधा खेलना चाहते थे, लेकिन गेंद के कांटा बदलने से बीट हुए और बॉल पैड पर लगी। मार्करम पगबाधा आउट करार दिए गए। इस सीरीज की चार पारियों में एडेन मार्करम ने कुल 52 रन बनाए हैं। एडेन मार्करम के टेस्ट करियर की ये 50वीं पारी थी। आर. अश्विन ने कीगन पीटरसन को पगबाधा आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। पीटरसन 28 रन बनाकर पवेलियन लौटे। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए एल्गर के साथ 104 गेंदों पर 46 रन जोड़े।
तीसरे दिन की शुरुआत भारत के लिए बढ़िया रही थी। चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ने लगभग 75 मिनट बैटिंग कर टीम इंडिया को मैच में बनाए रखा। लेकिन, इसके बाद 29 रन बनाने में भारत ने चार विकेट खो दिए। इसके बाद हनुमा विहारी ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर टीम इंडिया को 266 रनों तक पहुंचाया। शार्दूल ठाकुर ने 28 और रविचंद्रन अश्विन ने 16 रन बनाए। अजिंक्य रहाणे 58 और चेतेश्वर पुजारा 53 रन बनाकर आउट हुए। ये दोनों विकेट कगिसो रबाडा के खाते में आए। रहाणे को आउट करने के बाद अगले ही ओवर में रबाडा ने ऋषभ पंत को शून्य पर आउट कर पवेलियन भेजा। आर अश्विन भी कुछ कमाल नहीं दिखा सके और 16 रन बनाकर लुंगी एनगिडी की गेंद पर आउट हुए। इस तरह 155 के स्कोर पर तीसरा विकेट गंवाने वाली टीम इंडिया के देखते ही देखते 184 पर 6 विकेट हो गए। भारतीय टीम ने तीसरे दिन की शुरुआत में पिच पर हैवी रोलर लेने का फैसला किया। इससे शुरुआती 45 मिनट तक पिच के क्रैक दबे रहे और बल्लेबाजों को असमान उछाल से कम परेशानी हुई।
दोनों सलामी बल्लेबाज के आउट होने के बाद आउट ऑफ फॉर्म चल रहे पुजारा और रहाणे ने मोर्चा संभाला। दोनों ने तीसरे दिन का पहले एक घंटा बैटिंग कर टीम इंडिया को मैच में बनाए रखा। इस जोड़ी ने 144 गेंदों पर 111 रन जोड़े। हालांकि दोनों ही अनुभवी खिलाड़ी फिफ्टी लगाने के बाद अपनी पारी को आगे नहीं बढ़ा सके, लेकिन दोनों कठिन परिस्थितियों में शानदार पारी खेली।
बता दें कि इस पारी से पहले, जनवरी 2021 से पुजारा ने 15 टेस्ट मैचों में महज 27.11 की औसत से बनाए थे। शतक एक भी नहीं। वहीं, रहाणे ने और भी खराब औसत (19.95) से बल्लेबाजी की है। इनके नाम भी कोई शतक नहीं है। आज की पारी के बाद वाकई में दोनों ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया।

 

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