शिवराज सरकार खेलों को शिक्षा का अनिवार्य अंग बनाएगी

हर गांव में खेल मैदान, हर स्कूल में होगा योग और शारीरिक शिक्षक
प्रदेश में योग की अलख जगाने की मंशा
खेल एवं युवा कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक 
खेलपथ संवाद
भोपाल।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में एक बार फिर से प्रदेश की खेलप्रेमी जनता और खेल प्रशिक्षकों, योग शिक्षकों तथा शारीरिक शिक्षकों को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाए हैं। श्री चौहान ने खेल और शिक्षा में समन्वय पर बल तो दिया लेकिन यह बताने और जताने की कोशिश नहीं कि जिस प्रदेश में एक भी नियमित खेल प्रशिक्षक न हो और सिर्फ सवा सौ संविदा खेल प्रशिक्षकों से काम चलाया जा रहा हो वहां खेलों का विकास कैसे होगा?
मध्य प्रदेश में प्रशिक्षकों ही नहीं शारीरिक शिक्षकों की भी बहुत कमी है। एक दशक से अधिक समय के बाद भी शारीरिक शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है। 90 फीसदी स्कूल में तो शारीरिक शिक्षक ही नहीं हैं। दरअसल, सरकार यदि मध्य प्रदेश को स्पोर्ट्स हब बनाना चाहती है तो उसे सबसे पहले प्रशिक्षकों और शारीरिक शिक्षकों की भर्ती करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खेलों को शिक्षा का अनिवार्य अंग बनाया जाए। प्रदेश में योग आयोग का गठन और स्कूलों में योग शुरू कराएं। स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा और खेल विभाग समन्वय कर खेलों की बेहतर रणनीति बनायें। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए खेल एवं युवा कल्याण विभाग के विजन का अभी से क्रियान्वयन करें। विभिन्न स्पर्धाओं में स्थान बनाने वालों का श्रेणीकरण करें। समस्त शासकीय नौकरी में स्पोर्ट्स कोटा का निर्धारण करने का प्रस्ताव बनाएं। यह सब बातें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रालय में खेल एवं युवा कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में कहीं। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नई शिक्षा नीति में खेलों को बहुत महत्व दिया गया है। इसके लिए प्रदेश में प्राथमिकता से कार्य किया जाना जरूरी है। योग शिक्षकों की भर्ती करें। खेल एवं योग को बढ़ावा देने के लिए हर स्कूल में एक योग एवं खेल शिक्षक होना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर गाँव में बच्चों के लिए खेल का मैदान हो। ग्रामीण विकास के साथ मिलकर खेल मैदान विकसित करने की योजना बनायें। धन की कोई कमी नहीं है। मुख्यमंत्री कप और विधायक कप शुरू कराये जाएं। खेल की अलग-अलग गतिविधियाँ चलती रहें।  अधूरी खेल संरचनाओं को ठीक किया जाए।
भोपाल में बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल के नाथू बरखेड़ा में अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण आरंभ कराया जाएगा। इसी तरह भोपाल में नवाचार के तौर पर अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स साइंस सेंटर की स्थापना की जाएगी।  प्रदेश में हॉकी खेल के प्रोत्साहन के लिए 11 अंतरराष्ट्रीय स्तर के हॉकी टर्फ निर्मित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जोबट में खेल परिसर एवं तीरंदाजी सेंटर, गैरतगंज में स्टेडियम, चितरंगी में मिनी स्टेडियम, गोटेगाँव में पवेलियन एवं कटनी में खेल परिसर बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारत सरकार की खेलो इण्डिया योजना में प्रदेश में विभिन्न कार्य संचालित हैं। मध्यप्रदेश इस योजना में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जहाँ भी स्टेडियम बने हैं उनका उपयोग सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आनंद उत्सव के कार्यक्रमों में खेल विभाग सक्रिय भूमिका निभाए। खेल अधो-संरचनाओं का विकास पीपीपी मॉडल पर हो। स्वास्थ्य एवं आनंद के लिए खेल जरुरी हैं। खेल को जन-आंदोलन के रुप में स्थापित करें। इसके लिए कार्य-योजना बनायें।

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