अब खेल रहे सच्चे खिलाड़ीः मोदी

सात सौ करोड़ में मेरठ में बनेगी मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी
प्रधानमंत्री बोले- उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचारियों का खेल खत्म
खेलपथ संवाद
मेरठ।
उत्तर प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने रविवार को मेरठ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी दलों पर तीखे शब्दबाण छोड़े। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश की पिछली सरकारों के कार्यकाल में भ्रष्टाचारी जमकर खेलते थे जबकि योगी सरकार में अब सच्चे खिलाड़ी खेल रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खेल नगरी सरधना में रविवार को मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। करीब सात सौ करोड़ की लागत से तैयार होने वाले इस विश्वविद्यालय को योगी आदित्यनाथ सरकार ने करीब ढाई वर्ष में तैयार करने का लक्ष्य रखा है। पीएम मोदी ने इस अवसर पर खेल प्रदर्शनी का अवलोकन करने के साथ कुछ उपकरणों पर अपने हाथ भी आजमाये। उन्होंने खेल विश्वविद्यालय के बाद शिलान्यास में अपने 43 मिनट के सम्बोधन में हर क्षेत्र को शामिल किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नई दिल्ली में मौसम खराब होने के कारण सड़क मार्ग से मेरठ पहुंचे। मेरठ आगमन पर भगवान औघड़नाथका दर्शन-पूजन करने के साथ ही उन्होंने कालीघाट में शहीद स्मारक का भी अवलोकन किया। मेरठ में सरधना तहसील क्षेत्र के गांव सलावा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। यह प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय होगा। इस अवसर पर जनसभा को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा कि प्रदेश में पूर्व की सरकारों में अपराधी अपना खेल खेलते थे, माफिया अपना खेल खेलते थे। तब भ्रष्टाचार का टूर्नामेंट होता था। प्रदेश में अब योगी आदित्यनाथ सरकार में असली खिलाड़ियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने वहां पर लोगों को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ तथा पहले की सरकार के कामकाज के फर्क को खेल से जोड़ते हुए समझाया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि प्रदेश में 2017 से पहले की सरकारों के कार्यकाल में प्रदेश में अपराधी और माफिया अपना-अपना खेल खेलते थे। पहले तो यहां अवैध कब्जे के टूर्नामेंट होते थे, बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घुमते थे, मेरठ के आसपास के लोग भूल नहीं सकते कि माफिया लोग तो उनके घर जला दिया करते थे। पहले की सरकार अपने खेल में लगी रहती थी। उस खेल का नतीजा था कि लोग पलायन को मजबूर हो गए। अब योगी आदित्यनाथ की सरकार उनके साथ जेल-जेल खेल रही है। पांच साल पहले इसी मेरठ की बेटियां शाम होने के बाद अपने घर से निकलने से डरती थींं, आज मेरठ की बेटियां पूरे देश का नाम रोशन कर रही हैं। मेरठ के सोतीगंज बाजार में गाड़ियों के साथ होने वाले खेल का भी एंड हो रहा है। अब यूपी में असली खेल को बढ़ावा मिल रहा है, अब तो यूपी के युवाओं को खेल की दुनिया में छा जाने का मौका मिल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरठ की ऊर्जावान तथा क्रांतिकारी भूमि का लोगों ने दुरुपयोग किया। युवाओं को लक्ष्य से भटकाया। अब ऐसा नहीं हो पा रहा है। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पांच साल पहले जो अपराधी यहां अपराध का खेल खेलते थे, आज योगी आदित्यनाथ सरकार उन माफिया के साथ जेल-जेल खेल रही है। पहले तो यहां पर अवैध कब्जे के टूर्नामेंट होते थे, लोग अपना घर छोड़कर पलायन करते थे, अब ऐसा नहीं हो रहा है। लोग घर वापस लौट रहे हैं।
मेरठ को बताया गौरवशाली धरती
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत माता की जय के साथ सम्बोधन शुरू करने के साथ ही सभी लोगों को वर्ष 2022 की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि वर्ष की शुरुआत में ही मेरठ आना सौभाग्य की बात है। मेरठ का इतिहास काफी गौरवशाली है। मेरठ ने देश की आस्था को ऊर्जावान किया है। सिंधु घाटी की सभ्यता से लेकर पहले स्वतंत्रता संग्राम तक इस धरती ने दिखाया है देश का गौरव क्या होता है। मेरा सौभाग्य है कि मैं भगवान औघड़नाथ मंदिर व शहीद स्मारक गया। पीएम मोदी ने कहा कि 1857 की क्रांति में मेरठ ने नई दिशा दी। आज हम गर्व से आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। राष्ट्र रक्षा के लिए, सीमा पर बलिदान हो या फिर खेल के मैदान में राष्ट्र के लिए सम्मान। इस क्षेत्र ने सदा अपनी लौ को प्रज्वलित रखा है। भारत के इतिहास में मेरठ का स्थान केवल एक शहर का नहीं। यह हमारी संस्कृति का अहम केंद्र है। नूरपुुर मढिया ने चौधरी चरण सिंह जैसा विजिनरी नेता दिया। देश की शान मेजर ध्यानचंद की कर्मस्थली मेरठ भी रहा है। हमने खेल के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम दद्दा के नाम कर दिया गया। उनके नाम में एक संदेश है, ध्यान। बिना ध्यान केन्द्रित किए किसी को कभी भी सफलता नहीं मिलती है। जिसका नाम मेजर ध्यानचंद से जुड़ा हो वहां के खिलाड़ी अब तो देश का नाम रोशन करेंगे। देश के पहले खेल विश्वविद्यालय की बधाई। सात सौ करोड़ से बनने वाला यह विश्वविद्यालय दुनिया का शानदार विश्वविद्यालय बनेगा। यहां से हर साल एक हजार से अधिक खिलाड़ी निकलेंगे।
युवाओं पर फोकस पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि साथियों हमारे यहां कहा जाता है, जिस पथ पर महान जन महान विभूतियां चलेंं वही हमारा पथ है लेकिन अब हिंदुस्तान बदल चुका है हम इक्कीसवी सदी में हैं। इस समय सबसे बड़ा दायित्व युवाओं के पास है। मत बदल गया। जिस मार्ग पर युवा चल रहे वही मार्ग देश का मार्ग है। जिधर युवाओं के कदम बढ़ जाएंं मंजिल कदम चूमने लगती है। युवाओं पर फोकस करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि युवा नए भारत का कर्णधाार हैं, युवा नए भारत का नेतृत्वकर्ता हैं। आधुुनिकता का बोध भी है। जिधर युवा चलेगा भारत उधर चलेगा, जिधर भारत चलेगा उधर दुनिया चलने वाली है। 
आज हम देखेंं तो साइंस से लेकर साहित्य तक, स्टार्टअप से लेकर स्पोर्ट्स तक भारत के युवा छाए हैं। खेल की दुनिया में हमारे युवा पहले भी ताकतवर थे, हमारी खेल संस्कृति समृद्ध रही है। मेरठ में होने वाले दंगल और उसमें घी के पीपे और लड्डूू का पुरस्कार मिलता है। ऐसे में किसका मन मैदान में उतरने का नहीं होगा। पहले की सरकार की नीतियों का खेल के प्रति नजरिया अलग रहा। शहरों में जब कोई युवा अपनी पहचान बताता था तो सामने वाले पूछते थे कि अरे बेटे खेलते हो ये तो ठीक है, पर काम क्या करते हो। खेल की इज्जत नहीं मानी जाती थी। खेल के प्रति सोच सीमित हो गई थी। यह तो सरकारों का दायित्व था कि खेल के प्रति सोच बदलें, लेकिन हुआ उल्टा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सरधना में मेजर ध्यान चंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। 

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