कोहली के हमदर्द बने कीर्ति आजाद
सभी सिलेक्टर्स के मैच मिलाकर भी कोहली के आधे मैचों के बराबर नहीं
नई दिल्ली। भारतीय चयनकर्ताओं ने विराट कोहली को वनडे की कप्तानी से हटा दिया है। टी-20 की कप्तानी वह पहले ही छोड़ चुके हैं। अब वह सिर्फ टेस्ट टीम के कप्तान हैं। इसको लेकर बीसीसीआई और विराट कोहली के बीच काफी विवाद देखने को मिल रहा है। अब 1983 में विश्व कप विजेता टीम के खिलाड़ी रहे पूर्व ऑलराउंडर कीर्ति आजाद ने ऐसा बयान दिया है जो चयनकर्ताओं और बीसीसीआई को अच्छा नहीं लगेगा।
उन्होंने न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "मैं ये नहीं कहना चाहता था, लेकिन मुझे ये कहना पड़ रहा है। मैं चयनकर्ताओं का अपमान नहीं करना चाहता वो अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन अगर आप उनके कुल मैच देखें तो विराट ने जितना खेला है उसका आधा भी नहीं हैं।"
आजाद ने कहा, "अगर आप किसी भी फॉर्मेट के कप्तान को बदलते हैं। आपको बीसीसीआई अध्यक्ष को बताना होता है। अगर गांगुली को इसके बारे में पता था तो वह अनौपचारिक रूप से ही विराट से बात कर सकते थे। मुझे लगता है कि विराट नाराज नहीं हैं, लेकिन जिस तरह से उन्हें कप्तानी के पद से हटाया गया है। उससे वह जरूर आहत हुए होंगे।"
बता दें, चेतन शर्मा भारत के मुख्य चयनकर्ता हैं। उन्होंने भारत के लिए 23 टेस्ट और 65 वनडे मुकाबले खेल हैं। चयन समिति के सदस्य देवाशीष मोहंती ने भारत के लिए दो टेस्ट और 45 वनडे मैच खेले हैं वहीं, अभय कुरुविला ने 10 टेस्ट और 25 वनडे में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है।
कीर्ति आजाद ने कुछ दिन पहले एएनआई से बातचीत में कहा था, "अगर रोहित और विराट साथ में भारतीय टीम के लिए नहीं खेल रहे हैं तो इससे बहुत नुकसान होगा। ये दोनों पहले खुद को ही परेशानी में डालेंगे। एक खिलाड़ी दूसरे को हटा देगा। कोई भी ऐसा नहीं है, जिसे न हटाया जा सके। कई महान खिलाड़ी आए और चले गए। सुनील गावस्कर, कपिलदेव, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली। इसलिए अगर ये दोनों एक दूसरे की कप्तानी में नहीं खेलेंगे तो सबसे पहले खुद को मुश्किलों में डालेंगे।"