तो वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में हासिल कर लेंगे टारगेट खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक के गोल्ड मेडलिस्ट जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने कहा है कि वह 90 मीटर थ्रो फेंकने के करीब हैं। अगर मौसम का साथ मिला तो वह इस लक्ष्य को भी हासिल कर लेंगे। वे स्टॉकहोम में डायमंड लीग प्रतियोगिता में 89.94 मीटर थ्रो कर चुके हैं। नीरज अभी हंगरी के बुडापोस्ट में चल रहे वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए गए हैं। नीरज पिछले साल .......
जीवन बदलने वाले पलों पर किया विचार खेलपथ संवाद नई दिल्ली। अपने करियर के सबसे कठिन दौर से गुजर रही भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने रविवार को अपने जीवन में बदलाव लाने वाले पिछले सात वर्षों पर विचार किया, जिसमें सोमवार से शुरू होने वाली विश्व चैम्पियनशिप से पहले रियो में पहला ओलम्पिक पदक जीतना भी शामिल था। 20 अगस्त 2016 को रियो ओलम्पिक के दौरान महिला एकल फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन से हारने के बाद उन्होंने रजत पदक जीता था। .......
सरदार सिंह और रानी रामपाल बने सब-जूनियर टीमों के मुख्य कोच पुरुष और महिला शिविर 45-50 दिनों के लिए होगा खेलपथ संवाद चेन्नई। हॉकी इंडिया ने गुरुवार को सब-जूनियर पुरुष और महिला टीमों के लिए एक विशेष कोचिंग शिविर और अंतरराष्ट्रीय मैचों की घोषणा की जिसमें पूर्व कप्तान सरदार सिंह और पूर्व महिला कप्तान रानी रामपाल मेंटरशिप और कोच की भूमिका निभाएंगे। सरदार सिंह भारतीय अंडर-17 लड़कों की टीम के कोच होंगे जबकि रानी रामपाल लड़कियो.......
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष का बड़ा बयान खेलपथ संवाद चेन्नई। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि राष्ट्रीय पुरुष टीम अगर 23 सितम्बर से शुरू होने वाले आगामी हांगझोऊ खेलों से 2024 पेरिस ओलम्पिक के लिए सीधे क्वालीफाई करने में विफल रहती है तो क्वालीफायर खेलने के लिए पाकिस्तान का दौरा करेगी। नियमों के अनुसार एशियाड में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम को सीधे ओलम्पिक में जगह मिलेगी लेकिन अन्य देशों को क्वालीफायर खेलने होंगे और इस बार इनके आ.......
पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज बहाल होनी चाहिए खेलपथ संवाद चेन्नई। दो दशक पहले भारतीय रक्षक पंक्ति के खिलाड़ियों के लिए बड़ी चुनौती बनने वाले पाकिस्तान हॉकी टीम के पूर्व स्टार फॉरवर्ड रेहान बट का कहना है कि दुनिया में सबसे ज्यादा मजा उन्हें भारत में ही खेलने में आया है जहां उन्हें हमेशा घर जैसा प्यार मिला है और अब समय आ गया है कि दोनों एशियाई दिग्गजों के बीच द्विपक्षीय हॉकी बहाल की जाए। तीन ओलंपिक और दो विश्व कप समेत .......
बजरंग-विनेश के विरोध में आया कॉमनवेल्थ चैम्पियन पहलवान खेलपथ संवाद नई दिल्ली। ओलम्पिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को बिना ट्रायल से एशियन गेम्स भेजने के फैसले का विरोध बढ़ता जा रहा है। एडहॉक कमेटी के फैसले काे कोर्ट में चुनौती दे रहे जूनियर पहलवानों को कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट दीपक पूनिया का साथ मिला। ओपन ट्रायल्स में 57 किलोग्राम वेट कैटेगरी के चैम्पियन अमन सहरावत ने भी कहा कि जब ओलम्पिक मेडलिस्ट रवि दहिया ट्रायल्स .......
शानदार अंदाज में सीजन खत्म करने की खाई कसम खेलपथ संवाद नई दिल्ली। यूएस ओपन के क्वार्टर फाइनल में हार को लेकर पीवी सिंधु ने खुलकर बात की है। उन्होंने कहा है कि इस हार ने उनके ऊपर "एक महत्वपूर्ण भावनात्मक प्रभाव छोड़ा" लेकिन वह इस सीजन को शानदार तरीके से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। टखने में स्ट्रेस फ्रैक्चर के चलते पांच महीने की लम्बी चोट के बाद वापसी करने वाली सिंधु इस सीजन में रंग में नजर नहीं आ रही हैं। आध.......
बताया कब खेलेंगे फुटबॉल का अंतिम मैच खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री दुनिया के बेस्ट स्ट्राइकर में से एक हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैचों में 92 गोल किए हैं। वह सैफ चैंपियनशिप में टीम इंडिया को चैंपियन बनाने के लिए खेल रहे हैं। भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है और उसे अब लेबनान से खेलना है। लेबनान को हराकर ही टीम इंडिया हाल में इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीती थी। सेमीफाइनल से पहले सुनील छेत्री ने अ.......
कहा- अगर शूटिंग के प्रति सीरियस हो तो खेलना शुरू कर दो खेलपथ संवाद नई दिल्ली। समय का बहुत महत्व होता है। मंगलवार को जिसको कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था बुधवार को उसकी झोली में गोल्ड मेडल आ गया। एक दिन पहले की गई गलतियों से सीख लेते हुए मनु भाकर बुधवार को इतना तन्मय होकर खेलीं कि 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स में गोल्ड मेडल जीत लिया। मनु “खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, उत्तर प्रदेश 2022” में पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ का.......
सफलता की कहानी, पदक विजेताओं की जुबानी खेलपथ संवाद वाराणसी। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के कुश्ती मुकाबले में पदक जीतकर अपने विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने वाले पहलवानों का कहना है कि इस कामयाबी को हासिल करने के लिए उन्होंने काफी पसीना बहाया है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर सुर्खियां बटोर चुके पहलवानों ने भी माना कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में उन्हें कड़ी चुनौती मिली। कई दिग्गजों को तो पदक से हाथ भी धोना पड़ा तो.......