सोनम और अंशू ने ओलम्पिक के लिए किया क्वॉलीफाई

साक्षी का सपना टूटा, तीन पहलवान बेटियां टोक्यो में दिखाएंगी दमखम
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
खेल जगत से शनिवार को एक बड़ी खुशखबरी आई है। हरियाणा की दो छोरियों पहलवान अंशू मलिक और सोनम मलिक को टोक्यो ओलम्पिक का कोटा मिल गया है। सोनम मलिक को ओलम्पिक टिकट से पहलवान साक्षी मलिक को बड़ा झटका लगा है। सोनम ने साक्षी को हराकर कोटा हासिल किया। अंशू मलिक और सोनम मलिक ने कजाकिस्तान में चल रहे एशियन ओलम्पिक क्वालीफायर के फाइनल में जगह बना ली है। टोक्यो ओलम्पिक में इन दोनों बेटियों के साथ ही विनेश फोगाट भी दांव-पेंच लगाएंगी।
अंशू मलिक 57 किलो और सोनम मलिक 62 किलो भारवर्ग में खेलती हैं। सोनम सोनीपत की रहने वाली हैं वहीं अंशु मलिक जींद के गांव निडाना की निवासी हैं। खेलमंत्री किरण रिजिजू ने दोनों पहलवानों को बधाई दी है वहीं पहलवान विनेश फोगाट ने भी ट्वीट करके दोनों को बधाई दी है। 19 वर्षीय अंशू मलिक ने ओलम्पिक क्वालीफाई प्रतियोगिता में तीन पहलवानों को मात दी थी। अंशू मलिक ने लॉकडाउन के दौरान मौके का पूरा फायदा उठाया। घर पर और खेल स्कूल निडानी में लगातार अभ्यास किया। कोच जगदीश श्योराण और दलीप सिंह मलिक ने दांव-पेंच सिखाए।
अंशू मलिक के पिता धर्मबीर मलिक अपने जमाने के जाने-माने पहलवान हैं। अंशू ने मात्र 11 साल की उम्र से ही अपने भाई अंकित से प्रेरित होकर कुश्ती की दुनिया में कदम रखा। अंशू मलिक के दादा वीर सिंह पूर्व अंतरराष्ट्रीय एथलीट हैं। ताऊ हरियाणा केसरी पवन कुमार साउथ एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता पहलवान हैं।
उपलब्धियां-
अंशू मलिक ने जूनियर विश्व चैम्पियनशिप, जूनियर एशियन चैम्पियनशिप, विश्व कैडेट चैम्पियनशिप सहित कई प्रतियोगिताओ में नौ इंटरनेशनल मेडल जीते हैं। नेशनल चैम्पियनशिप में भी कई स्वर्ण पदक अपने नाम किए हैं। पढ़ाई में भी अंशू काफी होशियार हैं। 10वीं व 12वीं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं। अब वह रोहतक जाट कॉलेज से बीए कर रही हैं।

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