भारतीय नौकाचालकों ने बढ़ाया भारत का मान

टोक्यो ओलम्पिक में चार नौकाचालक दिखाएंगे दम
खेलपथ प्रतिनिधि
नई दिल्ली।
यह देश के लिए पहला लम्हा होगा जब चार भारतीय नौकाचालक टोक्यो ओलम्पिक में दमखम दिखाएंगे। सच कहें तो भारत पहली बार ओलम्पिक में सेलिंग की एक से अधिक स्पर्धा में हिस्सा लेगा क्योंकि विष्णु सरवनन ने गुरुवार को ओमान में एशियाई क्वालीफायर में दूसरे स्थान पर रहते हुए टोक्यो खेलों की लेजर एसटीडी क्लास स्पर्धा के लिए क्वालीफाई कर लिया। 
बुधवार को नेत्रा कुमानन टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला सेलर बनी थीं, उन्होंने मुसानाह ओपन चैम्पियनशिप के जरिए लेजर रेडियल स्पर्धा में क्वालीफाई किया। यह प्रतियोगिता एशियाई ओलम्पिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट था।
बुधवार तक तीसरे स्थान पर चल रहे सरवनन ने गुरुवार को पदक रेस जीतकर कुल दूसरे स्थान के साथ ओलम्पिक कोटा हासिल किया। सरवनन ने थाईलैंड के कीराती बुआलोंग को पछाड़कर ओलम्पिक कोटा हासिल किया। सिंगापुर के रेयान लो जुन हान शीर्ष पर रहे। इस चैम्पियनशिप के जरिए लेजर क्लास की स्पर्धा से दो सेलर को ओलम्पिक में जगह मिली थी।
इससे पहले चार मौकों पर दो भारतीय सेलरों ने ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया था लेकिन उन्होंने समान स्पर्धा में ऐसा किया था। टोक्यो में भारत एक से अधिक स्पर्धा में हिस्सा लेगा। फारूख तारापोर और ध्रुव भंडारी की जोड़ी ने 1970 में 470 क्लास में हिस्सा लिया था जबकि तारापोर और कैली राव ने 1988 खेलों में इसी स्पर्धा में हिस्सा लिया था। तारापोर ने 1992 में बार्सिलोना में अपने तीसरे ओलम्पिक में साइरस कामा के साथ इसी स्पर्धा में हिस्सा लिया। मानव श्राफ और सुमित पटेल ने 2004 एथेंस ओलम्पिक में 49ईआर क्लास स्किफ में भाग लिया था।

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