आईओसी की चेतावनी के बाद अनिल खन्ना का इस्तीफा

अब बिना अध्यक्ष हुआ भारतीय ओलम्पिक संघ
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
अब भारतीय ओलम्पिक संघ बिना अध्यक्ष के हो गया है। राजीव मेहता को अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति द्वारा सारी शक्तियां दिए जाने के बाद दोनों गुटों की तरफ से जारी अध्यक्षी की लड़ाई को ब्रेक लग गया है। भारतीय ओलम्पिक संघ को अब हर हाल में दिसम्बर तक चुनाव कराने होंगे वरना उस पर प्रतिबंध लगना तय है। आईओसी के हस्तक्षेप के बाद कार्यवाहक अध्यक्ष अनिल खन्ना को अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ी है।
वरिष्ठ खेल प्रशासक अनिल खन्ना ने बुधवार को भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने यह इस्तीफा अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के अंतरिम या कार्यकारी अध्यक्ष का मान्यता नहीं देने के दो हफ्ते बाद दिया है। आईओसी ने 8 सितम्बर को पत्र जारी कर कहा था कि दिसम्बर तक आईओए के चुनाव अनिवार्य रूप से कराए जाएं। चुनाव समय पर नहीं होते हैं तो आईओए को निलम्बित किया जा सकता है।
खन्ना ने नरिंदर बत्रा को हटाए जाने के बाद कोर्ट के आदेश पर कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में काम सम्हाला था। खन्ना ने इस्तीफा देते हुए कहा, वह आईओसी का सम्मान करते हैं। उन्होंने विश्व की शीर्ष खेल संस्था से पूछा कि देश के कानून और एनओसी (राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति) के गठन पर फैसला करने और उसकी व्याख्या करने का अंतिम अधिकार किसके पास होगा।

 

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