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कुल 58 पदकों के साथ जीता ओवरऑल चैम्पियनशिप का खिताब
खेलपथ संवाद
रांची। झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा स्टेडियम में आयोजित चौथी दक्षिण एशियाई सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 में भारत के एथलीट्स ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर ओवरऑल चैम्पियनशिप का खिताब जीत लिया। तीन दिनों (24 से 26 अक्टूबर) तक चले इस रोमांचक टूर्नामेंट में भारत ने 20 स्वर्ण, 20 रजत और 18 कांस्य पदक सहित कुल 58 पदक हासिल किए।
इस बेहतरीन प्रदर्शन के साथ भारत ने घरेलू धरती पर दक्षिण एशियाई एथलेटिक्स मंच पर अपना वर्चस्व फिर साबित किया। श्रीलंका ने इस प्रतियोगिता में कड़ा मुकाबला पेश करते हुए 16 स्वर्ण और कुल 40 पदकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया वहीं, नेपाल ने 2 रजत और 4 कांस्य के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया। बांग्लादेश ने 3 कांस्य, मालदीव ने 1 कांस्य जबकि भूटान इस बार कोई पदक नहीं जीत सका।
इस चैम्पियनशिप के अंतिम दिन कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिले, जिनमें कई नए मीट रिकॉर्ड भी बने। भारत के साथ-साथ अन्य देशों के एथलीट्स ने अपने दम पर नए कीर्तिमान स्थापित किए। पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ में भारत के रुचित मोरी ने 50.10 सेकेंड का समय लेकर नया मीट रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीता। श्रीलंका के कूडा लियानगे अयोमा ने रजत और भारत के कर्ण बाग ने कांस्य पदक प्राप्त किया।
महिला 400 मीटर बाधा दौड़ में श्रीलंका की के.एच. अराच्चिगे दासुन ने 58.66 सेकेंड का नया मीट रिकॉर्ड बनाया। उनकी साथी अराल लोकू ने रजत और भारत की ओलिम्बा स्टेफी ने कांस्य पदक हासिल किया। पुरुष भाला फेंक में श्रीलंका के पथिराजे रुमेस ने 84.29 मीटर की जबरदस्त थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता। उनके हमवतन रनसिंघे जगत को रजत और भारत के उत्तम पाटिल को कांस्य मिला।
पुरुष लंबी कूद में भारत के मोहम्मद साजिद ने 7.68 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता। श्रीलंका के उनागोला यस्वेस्मी ने रजत और भारत के सरुण पायसिंह ने कांस्य प्राप्त किया। महिला ऊंची कूद में भारत की रीत राठौर ने 1.76 मीटर की छलांग के साथ स्वर्ण जीता, जबकि श्रीलंका की गामगे रानिंदी को रजत और भारत की सुप्रिया को कांस्य मिला। महिला भाला फेंक में श्रीलंका की हाताराबागे लेका नादेका ने 60.14 मीटर का नया मीट रिकॉर्ड बनाते हुए 2008 के 51.70 मीटर के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा। भारत की करिश्मा सनील ने रजत और दीपिका ने कांस्य पदक जीता।
पुरुषों की 1000 मीटर दौड़ में भारत के अभिषेक ने 3:29.46 मिनट का समय लेकर स्वर्ण पदक जीता। नेपाल के राजन रोकाया ने रजत और भारत के प्रिंस कुमार ने कांस्य जीता। पुरुष हैमर थ्रो में भारत के दमनीत सिंह ने 66.99 मीटर की थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। उनके साथी आशीष जाखड़ ने रजत और श्रीलंका के के.के. दामिथ मद धार ने कांस्य जीता।
महिला 800 मीटर दौड़: भारत की अमनदीप कौर ने 2:04.66 मिनट में स्वर्ण पदक जीता. श्रीलंका की कोदिथुवक्कु तक्शी को रजत और भारत की थोटा संकीर्तन को कांस्य मिला। पुरुष 800 मीटर दौड़: श्रीलंका के डी.एम. हर्षा एस. करुणा ने 1:51.96 मिनट में स्वर्ण पदक जीता. नेपाल के सोम बहादुर कुमाल को रजत और भारत के मोपाली वेंकटराम रेड्डी को कांस्य मिला। महिला 200 मीटर दौड़: श्रीलंका की मोहम्मद यामिक फातिमा ने 23.58 सेकंड में स्वर्ण पदक जीता. भारत की साक्षी चव्हाण (23.91 सेकंड) ने रजत और नीरू पाठक (24.06 सेकंड) ने कांस्य प्राप्त किया। पुरुष 4x400 मीटर रिले: श्रीलंका की टीम ने 3:05.12 मिनट में स्वर्ण जीता, भारत ने 3:05.38 मिनट में रजत और बांग्लादेश ने 3:15.00 मिनट में कांस्य पदक हासिल किया। महिला 4x400 मीटर रिले: भारतीय महिला टीम ने 3:34.70 मिनट में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता. श्रीलंका (3:35.71) ने रजत और बांग्लादेश (3:55.63) ने कांस्य पदक प्राप्त किया.
विशेष पुरस्कार- चौथी दक्षिण एशियाई सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में सर्वश्रेष्ठ पुरुष एथलीट का खिताब श्रीलंका के पथिराजे थरंगा को भाला फेंक में शानदार प्रदर्शन के लिए मिला वहीं सर्वश्रेष्ठ महिला एथलीट में भारत की संजना सिंह को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
सर्वश्रेष्ठ पुरुष टीम (रनर्स-अप) श्रीलंका रही। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ महिला टीम भी श्रीलंका ही रही। समग्र पुरुष चैम्पियन टीम का खिताब भारत ने हासिल किया वहीं समग्र महिला चैम्पियन टीम का खिताब भी भारत के खाते में आया। इसके साथ ही चौथी दक्षिण एशियाई सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 की ओवरऑल चैम्पियन टीम भारत रही।
चौथी दक्षिण एशियाई सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 का समापन भारत की बेटियों द्वारा 4x400 मीटर रिले में स्वर्ण जीत के साथ हुआ। इस अंतिम इवेंट ने न केवल स्टेडियम को रोमांच से भर दिया, बल्कि पूरे टूर्नामेंट को स्वर्णिम अंत भी दिया। इस प्रतियोगिता के समापन समारोह में खेल जगत की कई प्रतिष्ठित हस्तियां मौजूद रहीं। झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, खेल सचिव मनोज कुमार, खेल निदेशक शेखर जमुआर और एसोसिएशन के मधुकांत पाठक समेत बड़ी संख्या में खिलाड़ी, कोच और खेल प्रेमी उपस्थित रहे। सभी ने भारतीय एथलीटों के प्रदर्शन की सराहना की और युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित करने का संदेश दिया।
इस मौके पर स्टेडियम भारत माता की जय और जय झारखंड के नारों से गूंज उठा. भारत ने न केवल मेजबान के रूप में उत्कृष्ट आयोजन किया. बल्कि अपने दमदार प्रदर्शन से यह भी सिद्ध किया कि दक्षिण एशियाई एथलेटिक्स में उसकी पकड़ अब भी सबसे मजबूत है. कहते हैं अंत भला तो सब भला और सचमुच, भारत की बेटियों ने इस चैंपियनशिप को स्वर्णिम अंत देकर इतिहास रच दिया।