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23 साल बाद भारत कर रहा चेस विश्व कप की मेजबानी
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। फिडे विश्व शतरंज कप की नई ट्रॉफी का नाम शुक्रवार को यहां पांच बार के विश्व चैम्पियन भारतीय दिग्गज के सम्मान में विश्वनाथन आनंद ट्रॉफी रखा गया और एक रंगारंग उद्घाटन समारोह के दौरान इसका अनावरण किया गया। ट्रॉफी अनावरण समारोह में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और फिडे प्रमुख अर्कडी ड्वोर्कोविच शामिल हुए।
अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) के अध्यक्ष नितिन नारंग ने कहा, ‘‘शतरंज के बादशाह और भारत के पहले ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद के सम्मान में स्थापित फिडे विश्व कप (ओपन) विजेता रनिंग ट्रॉफी विश्वनाथन आनंद कप की घोषणा करते हुए मुझे बेहद गर्व और खुशी हो रही है। ’’
केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने फिडे विश्व कप 2025 का उद्घाटन किया। खेल मंत्री ने विश्व कप में हिस्सा ले रहे दुनिया के तमाम खिलाड़ियों से दिल, दिमाग और सम्मान के साथ खेलने की अपील की। चेस का ये वैश्विक महाकुंभ गोवा में 30 अक्टूबर से 27 नवम्बर तक खेला जाएगा।
इस अवसर पर डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा, "यह अवसर न सिर्फ गोवा और भारत के लिए ऐतिहासिक है, बल्कि चेस की पूरी दुनिया के लिए गौरवपूर्ण है। 23 साल बाद भारत के लिए चेस विश्व कप की मेजबानी करना बड़े अवसर की तरह है। आखिरी बार 2002 में हमने चेस विश्व कप का आयोजन किया था। उस समय हमारे देश में 10 ग्रैंड मास्टर थे। मौजूद समय में ग्रैंडमास्टर्स की संख्या 88 है और लगातार बढ़ रही है। भारत अब चेस में एक सुपरपावर है। विश्वनाथन आनंद ने जिस गौरवशाली परंपरा को शुरू किया उसे युवा बेहतर तरीके से आगे बढ़ा रहे हैं। खेल मंत्री होने के नाते मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि विश्व कप में भारत के तीन शीर्ष खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "विश्व कप में 80 से अधिक देशों के 206 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। सभी खिलाड़ी अपने देश के लिए सम्मान जीतने के इरादे से आए हैं। यह मंच गांव से लेकर मेट्रो शहरों से संबंध रखने वाले खिलाड़ियों को अपनी क्षमता प्रदर्शित करने के एक बड़े अवसर की तरह है।"
खेल मंत्री ने कहा, "यह नया भारत है, जो न सिर्फ मैदान पर जीतना जानता है, बल्कि दिमाग को भी जीतना जानता है। खेल हमारे लिए सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं है, बल्कि हमारा चरित्र और गुण है। जब भी कोई भारतीय चेस मुकाबले में बैठता है, तो वह उसके लिए सिर्फ मुकाबला नहीं होता। वह देशवासियों की उम्मीदों और विश्वास का प्रतिनिधित्व कर रहा होता है।"
अपने संबोधन के अंत में मंडाविया ने कहा, "मैं विश्व कप में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों से कहना चाहूंगा कि आपकी हर चाल आपके भविष्य को तय करेगी। इसलिए दिल, विचार और सबसे अहम सम्मान के साथ खेलिए। आयोजन के लिए फिडे, ऑल इंडिया चेस फेडरेशन, गोवा सरकार और आयोजन में हिस्सा लेने वाले हर व्यक्ति को मैं धन्यवाद देता हूं।"