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भाला फेंक सितारा अब सेना का अभिमान
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को लेफ्टिनेंट कर्नल का पद प्रदान किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें दृढ़ता और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताया। सिंह ने यहां आयोजित एक समारोह में प्रादेशिक सेना में सेवारत स्टार भाला फेंक खिलाड़ी को लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद रैंक का प्रतीक चिह्न प्रदान किया।
इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी और बल के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। चोपड़ा 26 अगस्त, 2016 को नायब सूबेदार के तौर पर भारतीय सेना में शामिल हुए थे। 2021 में उन्हें सूबेदार और 2022 में सूबेदार मेजर के पद पर पदोन्नत किया गया। नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसम्बर 1997 को हरियाणा के पानीपत के खांडरा गांव में हुआ था।
उन्होंने टोक्यो ओलम्पिक 2020 में एथलेटिक्स में पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत का पहला ओलम्पिक स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। चोपड़ा ने 2024 में पेरिस ओलम्पिक में रजत पदक और 2023 में विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर शानदार प्रदर्शन जारी रखा। उन्होंने एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और डायमंड लीग स्पर्धाओं में भी कई स्वर्ण पदक जीते हैं। उनका 90.23 मीटर (2025 मीटर) का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो भारतीय खेल इतिहास में मील का पत्थर है।
नीरज चोपड़ा और उनके परिवार के सदस्यों से बातचीत करते हुए रक्षा मंत्री सिंह ने उन्हें "दृढ़ता, देशभक्ति और उत्कृष्टता के लिए प्रयासरत भारतीय भावना का प्रतीक" बताया। सिंह ने कहा कि लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) नीरज चोपड़ा अनुशासन, समर्पण और राष्ट्रीय गौरव के उच्चतम आदर्शों के प्रतीक हैं। खेल जगत और सशस्त्र बलों में पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।