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भारतीय टीम दिल्ली में 32 साल से नहीं हारी कोई मैच
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। भारत ने दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज को सात विकेट से मात देकर सीरीज पर कब्जा जमा लिया। 121 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने पांचवें दिन तीन विकेट खोकर जीत हासिल की। रविन्द्र जड़ेजा सीरीज के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे।
मंगलवार को भारत ने अपनी पारी एक विकेट पर 63 रन से आगे बढ़ाई थी। हालांकि, साई सुदर्शन (39) और कप्तान शुभमन गिल (13) के विकेट जल्दी गिर गए। इसके बाद केएल राहुल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट करियर का 20वां अर्धशतक पूरा किया और छह चौकों व दो छक्कों की मदद से नाबाद 58 रन बनाए। उनके साथ ध्रुव जुरेल नाबाद 6 रन बनाकर लौटे।
इससे पहले भारत ने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 518 रन बनाकर पारी घोषित की थी। जवाब में वेस्टइंडीज की पहली पारी 248 रन पर सिमट गई। भारत ने 270 रनों की बढ़त के साथ फॉलोऑन देने का फैसला किया। दूसरी पारी में वेस्टइंडीज ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 390 रन बनाए और भारत के सामने 121 रन का लक्ष्य रखा। यह लक्ष्य टीम इंडिया ने आसानी से तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस जीत के साथ भारत ने न केवल सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया, बल्कि दिल्ली में अपनी अपराजित लय को भी बरकरार रखा। इस जीत से टीम इंडिया ने पांच बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए।
वेस्टइंडीज टीम पिछले एक दशक से भारत में टेस्ट जीत नहीं पाई है। उनका भारत में लगातार छह हारों का सिलसिला (2013–2025) जारी है, जो अब तक की उनकी सबसे बड़ी हार की लड़ी बन चुकी है। यह सिलसिला डैरेन सैमी की कप्तानी में शुरू हुआ था। दिलचस्प बात यह है कि आज वही सैमी वेस्टइंडीज टीम के मुख्य कोच हैं।
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2002 से अब तक 27 टेस्ट में अपराजित रहने का शानदार रिकॉर्ड बनाया है। यह दुनिया में किसी भी टीम के खिलाफ चौथा सबसे लंबा अपराजित सिलसिला है। इस दौरान वेस्टइंडीज भारत को एक भी टेस्ट में हरा नहीं सका। भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार 10 टेस्ट सीरीज जीतकर एक नया मील का पत्थर छुआ है। यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के वेस्टइंडीज के खिलाफ 10 लगातार जीत के रिकॉर्ड की बराबरी करता है।
भारत ने अपने घरेलू मैदानों पर कई किलों की तरह अजेय रिकॉर्ड बनाए हैं। इनमें सबसे खास है नई दिल्ली का फिरोजशाह कोटला (अब अरुण जेटली स्टेडियम), जहां टीम इंडिया 1993 से अब तक एक भी टेस्ट नहीं हारी है। यहां भारत ने लगातार 14 मैचों में अपराजित रहते हुए 12 जीत और दो ड्रॉ दर्ज किए हैं। मोहाली में भी टीम 1997 से अब तक 13 मैचों में अजेय रही है। इसके अलावा ब्रेबोर्न स्टेडियम (1948-1965) और कानपुर (1959-1982) में भी लंबे समय तक भारत को कोई हार नहीं मिली थी।
टेस्ट क्रिकेट में घरेलू मैदान पर सबसे ज्यादा जीत के मामले में ऑस्ट्रेलिया 450 मैचों में 262 जीत के साथ शीर्ष पर है। इंग्लैंड ने 558 मैचों में 241 जीत हासिल की हैं। वहीं भारत 296 मैचों में 122 जीत के साथ तीसरे स्थान पर है, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि भारत का घरेलू मैदानों पर जीत का प्रतिशत बाकी सभी टीमों से बेहतर है। दक्षिण अफ्रीका 254 मैचों में 121 जीत के साथ चौथे स्थान पर है।