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नीतीश रेड्डी को मिलेगा एक और मौका, डेशकाटे का खुलासा
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम अपने विजयी संयोजन में बदलाव नहीं करेगी। इसकी पुष्टि टीम के सहायक कोच रेयान टेन डेशकाटे ने की है। उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन युवा नीतीश कुमार रेड्डी को तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में तैयार करने की दीर्घकालिक योजना के तहत एक और मौका देना चाहता है।
डेशकाटे ने कहा, 'मैं कहूंगा कि संयोजन में बदलाव की संभावना नहीं है। हमारा मध्यम अवधि का उद्देश्य भारत के लिए एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर तैयार करना है।' आंध्र प्रदेश के 22 वर्षीय नीतीश को पिछले टेस्ट में सीमित अवसर मिला था, लेकिन कोचिंग स्टाफ उन्हें भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश के रूप में देख रहा है। सहायक कोच ने आगे कहा, 'पिछले हफ्ते नीतीश को ज्यादा मौका नहीं मिला, इसलिए हमें लगता है कि उन्हें एक और अवसर देना और टीम के संतुलन को बनाए रखना सही रहेगा। वह एक शानदार तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं।'
नीदरलैंड के पूर्व कप्तान ने यह भी स्वीकार किया कि भारत में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती कौशल नहीं बल्कि शारीरिक मजबूती होती है। उन्होंने कहा, 'एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की सबसे बड़ी सीमा उसका शरीर होता है। यह इस देश में नई बात नहीं है।'
डेशकाटे ने ऑस्ट्रेलिया में नीतीश के बल्लेबाजी प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्हें एक बेहतरीन ऑलराउंडर बताया जिनमें उच्चतम स्तर पर सफलता पाने का जज्बा है। उन्होंने एमसीजी में टेस्ट शतक लगाया है। कोच ने कहा, 'नीतीश, मुझे लगता है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में सबको दिखा दिया है कि एक बल्लेबाज के तौर पर वह कितना अच्छा है। उनके लिए चुनौती यह सुनिश्चित करना होगी कि उन्हें विदेशी सीरीज के बीच खेलने का समय मिले।'
भारत के स्पिन विभाग में पहले से ही रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल जैसे तीन विश्वस्तरीय विकल्प मौजूद हैं जिनके पास समान कौशल है। डेशकाटे ने स्वीकार किया कि इस गहराई के कारण नीतीश के लिए लगातार अंतिम एकादश में जगह बनाना मुश्किल हो जाता है लेकिन उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रतिस्पर्धा से खिलाड़ी बेहतर ही होता है।