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दूसरी बार विफलता पर लग सकता है आठ साल का प्रतिबंध
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। तमिलनाडु की धावकी शेखर धनलक्ष्मी अपने करियर में दूसरी बार डोप परीक्षण में विफल हो गई हैं। अगर वह दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें अधिकतम आठ साल के लिए प्रतिबंधित किया जा सकता है। 27 वर्षीय धनलक्ष्मी ने 2022 में डोप उल्लंघन के लिए तीन साल के प्रतिबंध के बाद इसी साल वापसी की थी। एक विश्वसनीय सूत्र ने ‘पीटीआई’ मामले की जानकारी दिए बिना पुष्टि की, 'हां, वह फिर से पॉजिटिव पाई गई है।'
विश्व एथलेटिक्स की ‘एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट’ द्वारा मई 2022 में किए गए प्रतियोगिता के इतर परीक्षण में धनलक्ष्मी मेटांडिएनोन (एक एनाबॉलिक एंड्रोजेनिक स्टेरॉयड) के लिए पॉजिटिव पाई गई थी और उन्हें बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था।
राष्ट्रमंडल खेलों से पहले तुर्की के अंताल्या में अन्य भारतीय एथलीटों के साथ ट्रेनिंग के दौरान उसका नमूना लिया गया था। प्रतिबंध खत्म होने के बाद धनलक्ष्मी ने पंजाब के संगरूर में इंडियन ओपन एथलेटिक्स मीट में वापसी की थी। इस साल अगस्त में चेन्नई में राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप में धनलक्ष्मी ने महिला 100 मीटर और 200 मीटर रेस में क्रमशः 11.36 सेकेंड और 23.53 सेकेंड का समय लेकर दोनों में स्वर्ण पदक जीता था।