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पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली ने कहा- यह मेरा नहीं क्रिकेट का अपमान
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा का मानना है कि एशिया कप में पाकिस्तान से खेलते हुए हाथ नहीं मिलाने की भारतीय टीम की नीति खेल के प्रति अपमानजनक थी और क्रिकेटरों को रोलमॉडल मानने वाले युवा प्रशंसकों के सामने खेलभावना की अच्छी मिसाल पेश नहीं करती।
भारत ने एशिया कप फाइनल में रविवार को पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर खिताब जीता। पाकिस्तानी कप्तान ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "भारत ने टूर्नामेंट में जो किया, वह काफी निराशाजनक है। हाथ नहीं मिलाकर उन्होंने हमारा नहीं, क्रिकेट का अपमान किया है। अच्छी टीमें ऐसा नहीं करती जो उन्होंने किया।''
सलमान ने कहा, "हम खुद से ट्रॉफी के साथ फोटो शूट के लिए गए क्योंकि हम अपनी जिम्मेदारी पूरी करना चाहते थे। हम वहां खड़े रहे और अपने पदक लिए। मैं कठोर शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहता लेकिन उनका बर्ताव काफी अपमानजनक था।'' उन्होंने यह भी दावा किया कि सूर्यकुमार का सार्वजनिक तौर पर और निजी तौर पर बर्ताव अलग था।
उन्होंने कहा ,‘‘ टूर्नामेंट शुरू होने से पहले और टूर्नामेंट से पहले प्रेस कांफ्रेंस में निजी तौर पर उसने मुझसे हाथ मिलाया। इसके बाद रैफरी की सुनवाई के दौरान भी लेकिन दुनिया और कैमरों के सामने वे हाथ नहीं मिलाते।'' सलमान ने कहा ,‘‘ मुझे यकीन है कि उन्हें जो निर्देश मिले हैं, वे उसी का पालन कर रहे होंगे लेकिन उसे तय करना होता तो वह मुझसे हाथ मिलाता।''
ट्रॉफी साथ ले जाने से पहले पुरस्कार वितरण मंच पर खड़े होने के एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष मोहसिन नकवी के फैसले का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि भारत को ट्रॉफी इसलिए नहीं दी गई क्योंकि वे पीसीबी प्रमुख से लेना नहीं चाहते थे। उन्होंने कहा,‘‘ जो कुछ भी आज हुआ वह पहले के तमाम घटनाक्रम का नतीजा था। एसीसी अध्यक्ष ही विजेता को ट्रॉफी देते हैं। अगर आप उनसे ट्रॉफी लेना नहीं चाहते तो आपको कैसे मिलेगी।'' उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं इन चीजों पर रोक लगनी चाहिए। सलमान ने कहा, "मैंने पहली बार ऐसा देखा है। टूर्नामेंट में जो कुछ भी हुआ, बहुत खराब था। उम्मीद है कि कभी न कभी इस पर रोक लगेगी क्योंकि यह क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है।''