News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
जैस्मीन लेम्बोरिया और नूपुर श्योराण ने भी किए पदक पक्के
खेलपथ संवाद
लिपरपूल। भारत की अनुभवी मुक्केबाज पूजा रानी ने पोलैंड की एमिलिया कोटेरस्का को हराकर महिलाओं के 80 किलोग्राम वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश किया और इस तरह से विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में अपना पहला पदक पक्का किया। विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में भारत के तीन पदक पक्के हो गए हैं।
पूजा रानी से पहले दो बार की एशियाई चैम्पियन जैस्मीन लेम्बोरिया (57 किलोग्राम) और नूपुर श्योराण (80 किलोग्राम से अधिक) ने सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक पक्के किए थे। पहले दौर में बाई हासिल करने वाली 34 वर्षीय पूजा ने अपने अनुभव के दम पर बुधवार देर रात क्वार्टर फाइनल में कोटेरस्का को 3-2 से हराया। 80 किलोग्राम भार वर्ग ओलम्पिक में शामिल नहीं है और विश्व चैम्पियनशिप में इस वजन वर्ग में 12 मुक्केबाज भाग ले रहे हैं।
इस बीच भारत के पुरुष मुक्केबाजों के अभियान को एक और झटका लगा जब अभिनाश जामवाल 65 किलोग्राम क्वार्टर फाइनल में जॉर्जिया के म्कांस्य पदक विजेता लाशा गुरुली से 1-4 के विभाजित निर्णय से हार गए। उनके बाहर होने के बाद पुरुष वर्ग में केवल जदुमणि सिंह (50 किलोग्राम) ही दौड़ में बचे हैं। अंतिम आठ में उनका सामना मौजूदा विश्व चैम्पियन कजाकिस्तान के संझार ताशकेनबे से होगा। इस तरह से भारतीय पुरुष मुक्केबाजों का ताशकंद में खेली गई पिछली विश्व चैम्पियनशिप की तुलना में यहां प्रदर्शन निराशाजनक रहा। पिछली प्रतियोगिता में दीपक भोरिया (51 किलोग्राम), मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किलोग्राम) और निशांत देव (71 किलोग्राम) ने कांस्य पदक जीते थे।
महिलाओं की पिछली प्रतियोगिता नयी दिल्ली में आयोजित की गई थी जिसमें नीतू घंघास (48 किलोग्राम), निकहत (50 किलोग्राम), लवलीना बोरगोहेन (75 किलोग्राम) और स्वीटी बूरा (81 किलोग्राम) ने स्वर्ण पदक जीते थे। पूजा को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। उन्होंने पहले राउंड में अच्छी शुरुआत की थी लेकिन पोलैंड की खिलाड़ी ने पलटवार करते हुए यह राउंड 3-2 से जीत लिया।
एशियाई खेल 2014 की कांस्य पदक विजेता पूजा ने दूसरे राउंड में अच्छी वापसी करके बड़ी बढ़त हासिल की। तीसरे राउंड तक दोनों मुक्केबाज थक चुकी थीं, लेकिन पूजा ने धैर्य बनाए रखा और आखिर में अपने नाम पर पदक पक्का किया। सेमीफाइनल में उनका मुकाबला स्थानीय मुक्केबाज एमिली एस्क्विथ से होगा। इससे पहले हैवीवेट मुक्केबाज नूपुर श्योराण ने मौजूदा विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में भारत के लिए पहला पदक सुनिश्चित किया जब बुधवार को उन्होंने उज्बेकिस्तान की ओल्टीनॉय सोतिमबोएवा को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई जबकि दो बार की चैम्पियन निकहत जरीन को क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। निकहत को तुर्की की काकिरोग्लू बुसे नाज ने 5-0 से शिकस्त दी।
महान मुक्केबाज हवा सिंह की पोती नूपुर ने चैम्पियनशिप के अपने पहले मुकाबले में अपनी प्रतिद्वंद्वी को 4-1 से हराकर 80 किग्रा से अधिक वर्ग के अंतिम चार में प्रवेश किया। इस वर्ग में सिर्फ 10 मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं। इस जीत के साथ नूपुर ने कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लिया।