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मनदीप और हार्दिक ने दागे गोल, एक भी पेनाल्टी कॉर्नर गोल में नहीं बदला
खेलपथ संवाद
राजगीर। बिहार के राजगीर में जारी हॉकी एशिया कप 2025 के सुपर-4 के मुकाबले शुरू हो चुके हैं। भारतीय हॉकी टीम का सामना बुधवार को कोरिया से हुआ। बारिश के कारण यह मुकाबला निर्धारित समय से तकरीबन एक घंटे देरी से शुरू हुआ। मेजबान भारत ने बुधवार को एशिया कप के सुपर चार चरण के अपने पहले मैच में गत चैम्पियन कोरिया के खिलाफ कड़े मुकाबले में 2-2 से ड्रॉ खेलकर अपना अपराजेय अभियान जारी रखा।
हार्दिक सिंह (8वें मिनट) ने भारत को शुरुआती बढ़त दिलाई जिसके बाद यांग जिहुन (12वें मिनट) और ह्योनहोंग किम (14वें मिनट) ने लगातार गोल करके कोरिया को आगे कर दिया। मनदीप सिंह (52वें मिनट) ने अंतिम क्वार्टर में बराबरी हासिल की और भारत को एक अंक दिलाया। भारतीय हॉकी टीम पूल चरण में अपराजेय रही थी। उसने पूल ए में सारे मैच जीतकर सुपर 4 में जगह बनाई। हरमनप्रीत के नेतृत्व वाली टीम ने चीन को 4-3 से, जापान को 3-2 और कजाखस्तान को 15-0 से हराया।
राजगीर की ऐतिहासिक धरती पर खेले गए एशिया कप हॉकी 2025 के सुपर-4 मैच में भारत और दक्षिण कोरिया के बीच मुकाबला रोमांचक ड्रॉ में समाप्त हुआ। 2–2 के इस परिणाम से भारतीय टीम और कोच क्रेग फुल्टन पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि मैच में रणनीतिक चूक, डिफेंस की कमजोरियाँ और गोल के मौकों को भुनाने में कमी साफ़ नजर आई।
तेज़ बारिश के बावजूद दर्शकों का उत्साह देखते ही बन रहा था। मैच की शुरुआत से ही भारत ने आक्रामक खेल दिखाया और हार्दिक सिंह ने शानदार स्टिक वर्क के दम पर कोरियाई डिफेंडरों को मात देते हुए गोल किया, जिससे भारत ने बढ़त हासिल की। हालांकि, कोरिया ने जल्दी वापसी की। 12वें मिनट में जीहुन यांग ने पेनल्टी स्ट्रोक से स्कोर बराबर किया और 14वें मिनट में ह्योनहोंग किम के पेनल्टी कॉर्नर गोल से कोरिया 2–1 से आगे बढ़ गया। ये गोल भारतीय रक्षापंक्ति की गलतियों और अनुशासनहीनता का परिणाम थे।
भारत ने कई मौके बनाए, हार्दिक सिंह, विवेक सागर और राजकुमार पाल ने कई अच्छे पास दिए, लेकिन फॉरवर्ड खिलाड़ियों—विशेषकर अभिषेक और सुखजीत—ने मौकों का फायदा नहीं उठाया। कोरियाई गोलकीपर जेहान किम के शानदार बचाव ने भी भारतीय जीत की राह रोकी। अंतिम क्वार्टर में मंदीप सिंह के रिवर्स स्टिक गोल ने भारत को बराबरी दिलाई।
मैच के आंकड़े:
सर्कल एंट्री: भारत – 35, कोरिया – 11
गोल पर शॉट: भारत – 7, कोरिया – 3
पेनल्टी कॉर्नर: भारत – 6, कोरिया – 3
पेनल्टी स्ट्रोक: भारत – 1, कोरिया – 0
अंकड़ों से साफ़ है कि भारत ने दबदबा बनाया, लेकिन गोल में बदलने की क्षमता कमजोर रही। कोरियाई गोलकीपर के प्रदर्शन ने भी चुनौती बढ़ा दी। विश्लेषक मानते हैं कि भारतीय टीम को अपनी तेज़ शुरुआत को बनाए रखते हुए डिफेंस में अनुशासन और संयम रखना होगा। पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने की दक्षता भी बढ़ानी होगी। मिडफील्ड में हार्दिक सिंह, मनप्रीत और विवेक सागर ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन फॉरवर्ड खिलाड़ियों अभिषेक, सुखजीत, शिलानंद लाकड़ा और दिलप्रीत को गोल करने में और सटीकता लाने की आवश्यकता है।
अब भारत का अगला मुकाबला सुपर-4 में शानदार लय में चल रही मलेशिया से होगा। मलेशिया की तेज़ रफ्तार और तकनीकी मजबूती चुनौतीपूर्ण होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत मौकों को यूँ ही गंवाता रहा और डिफेंस की पुरानी गलतियों को दोहराया, तो आगे का सफर कठिन हो सकता है।