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शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा के प्रयासों से परिजन खुश
बच्चे को नवजीवन देने के लिए हॉस्पिटल प्रबंधन का आभार माना
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने जन्मजात विकृति से परेशान नवजात शिशु (सुखदेव) को सर्जरी के माध्यम से नया जीवन दिया है। अब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। मां का दूध पी रहा है तथा यथास्थान मल त्याग रहा है। पूरी तरह से स्वस्थ होने पर 28 अगस्त को नवजात बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया गया।
चिकित्सकों से मिली जानकारी के अनुसार 25 अगस्त की रात साढ़े 10 बजे छाता (मथुरा) निवासी रमाकांत अपने 10 दिन के नवजात शिशु को लेकर के.डी. हॉस्पिटल आया। उस समय बच्चे का पेट फूल रहा था, मां का दूध नहीं पी रहा था तथा मल त्याग भी नहीं कर रहा था। बच्चे की गम्भीर हालत को देखते हुए शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा को बुलाया गया।
रमाकांत ने डॉ. शर्मा को बताया कि बच्चे की हालत बिगड़ती देख वह मथुरा के एक निजी चिकित्सालय ले गया था। वहां चिकित्सकों ने बताया कि इसकी आंतों में रुकावट है, जिसकी तत्काल सर्जरी किया जाना जरूरी है वरना आंतें फट सकती हैं। डॉक्टर ने सर्जरी का खर्चा दो लाख रुपये तथा बच्चे के बचने की कोई उम्मीद नहीं, कहकर मुश्किल में डाल दिया। ऐसे नाजुक समय में आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान रमाकांत को किसी ने सलाह दी कि वह बच्चे को के.डी. हॉस्पिटल ले जाए वहां ऐसे नवजात शिशुओं की बहुत कम पैसे में सर्जरी होती है।
निराश रमाकांत बच्चे की नाजुक स्थिति को देखते हुए के.डी. हॉस्पिटल ले आया। डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने बच्चे की सर्जरी किए जाने की सलाह दी। रमाकांत की स्वीकृति के बाद 26 अगस्त को डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने सर्जरी के माध्यम से बच्चे का न केवल मलद्वार बनाया बल्कि आंतों को भी क्षतिग्रस्त होने से बचा लिया। इस सर्जरी में डॉ. शर्मा का सहयोग डॉ. अनीस, डॉ. अथर्व, डॉ. श्रुति और ओटी टेक्नीशियन योगेश ने किया।
डॉ. शर्मा ने बताया कि मेडिकल भाषा में ऐसी परेशानी को एनोरेक्टल एनोमेली विद निओनेटल इंटेस्टाइनल आब्सट्रक्शन तथा एंटीरियर सेजाइटल एनोरेक्टोप्लास्टी सर्जरी कहते हैं। के.डी. हॉस्पिटल में हुई सफल सर्जरी से जहां बच्चे की जन्मजात विकृति दूर हुई वहीं बहुत कम खर्च एवं अच्छी सुविधाएं मिलने से परिजन भी खुश हैं। परिजनों ने बहुत कम खर्चे में हुई सर्जरी और उपचार के लिए के.डी. हॉस्पिटल प्रबंधन का आभार माना है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के चेयरमैन मनोज अग्रवाल, प्राचार्य एवं डीन डॉ. आर.के. अशोका तथा चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने नवजात शिशु की जन्मजात विकृति दूर करने के लिए शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा और उनकी टीम को बधाई देते हुए बच्चे के स्वस्थ-सुखद जीवन की कामना की है।
चित्र कैप्शनः शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्यामबिहारी शर्मा और मां की गोदी में नवजात सुखदेव।