News title should be unique not use -,+,&, '',symbols
पहलवान बेटी ने चीनी पहलवान को हराकर गाड़े सफलता के झंडे
खेलपथ संवाद
सोनीपत। हरियाणा की बेटी ने एक बार फिर देश का सिर ऊंचा किया है। पहलवान काजल ने बुल्गारिया के समोकोव में आयोजित अंडर-20 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। 72 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में काजल ने चीन की लियू युकी को 8-6 से पराजित किया। वह लगातार दूसरे साल विश्व चैम्पियन बनी हैं।
सोनीपत जिले के गांव लाठ निवासी टैक्सी चालक रविंद्र ढोचक की बेटी काजल ने बचपन से ही अपने चाचा और गुरु कृष्ण ढोचक को देखकर पहलवानी का सपना देखा। कठिन आर्थिक हालातों के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और मेहनत व लगन से आज यह मुकाम हासिल किया। काजल की यह जीत संघर्ष, मेहनत और सपनों की कहानी है। काजल ने अपनी ऐतिहासिक जीत का श्रेय माता-पिता और गुरु को दिया।
घर में जश्न : गांव लाठ हॉल सेक्टर-23 निवासी काजल के घर में इस जीत के बाद जश्न का माहौल है। मां बबीता ने खुशी जताते हुए कहा कि सोनीपत लौटने पर बेटी का स्वागत किया जाएगा। उसे उसका पसंदीदा चूरमा खिलाया जाएगा। चाचा और गुरु कृष्ण ने कहा काजल का अगला लक्ष्य 2028 ओलम्पिक है। जिस जुनून से वह खेल रही है, हमें विश्वास है कि वह ओलम्पिक में गोल्ड लाकर देश का सपना पूरा करेगी।
प्रतियोगिता में काजल का सफर बेहतरीन रहा। प्री-क्वार्टर फाइनल में बुल्गारिया की एमिली मिहायलोवा अपोस्टोलोवा को तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर 15-4 से हराया। क्वार्टर फाइनल में किर्गिस्तान की कायिरकुल शरशेबाएवा को 7-0 से मात दी। सेमीफाइनल में उनका मुकाबला मौजूदा चैम्पियन अमेरिका की जैस्मिन डोलोरेस रॉबिन्सन से हुआ। इसमें 13-6 से अमेरिकी पहलवान को चित कर जीत दर्ज की। फाइनल में चीन की पहलवान को हराकर विश्व विजेता बनी।