पाकिस्तान फुटबॉल महासंघ पर प्रतिबंध

फीफा की कार्रवाई से होगा आर्थिक नुकसान
पाकिस्तान फुटबॉल में आंतरिक कलह से फीफा नाराज 
नई दिल्ली।
पाकिस्तान फुटबॉल को फीफा की तरफ से बड़ा झटका लगा है। विश्व फुटबॉल की नियामक संस्था फीफा ने नियमों के उल्लंघन को देखते हुए पाकिस्तान फुटबॉल महासंघ (पीएफएफ) पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। फीफा ने इससे पहले पीएफएफ को आंतरिक कलह को खत्म करने और स्थिति को सामान्य करने के निर्देश दिए थे, लेकिन पाकिस्तान फुटबॉल ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। 
फीफा द्वारा बैन लगाने के बाद अब पाकिस्तान फुटबॉल को आर्थिक तौर पर भी बड़ा नुकसान होगा। पीएफएफ को विश्व संस्था से किसी तरह का अनुदान नहीं मिलेगा।दरअसल एक गुट ने पिछले चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद लाहौर में राष्ट्रीय महासंघ के मुख्यालय पर कब्जा कर लिया था। फीफा ने इन चुनावों को अमान्य ठहराया था और अशफाक हुसैन की अगुवाई वाले पाकिस्तान फुटबॉल महासंघ (पीएफएफ) को फुटबॉल हाउस को खाली करने और इसका नियंत्रण हारून मलिक की अध्यक्षता वाली फीफा समिति को सौंपने के लिए बुधवार तक का समय दिया था।
फीफा की तरफ से जारी पत्र में कहा गया कि पीएफएफ मुख्यालय के नाजायज कब्जे को नहीं हटाए जाने और फीफा द्वारा मान्यता प्राप्त पदाधिकारियों को अपने शासनादेश को पूरा करने के लिए भवन में जाने की अनुमति नहीं मिलने की वजह से यह मामला तुरंत ब्यूरो को कॉउन्सिल को भेजा गया। इसके बाद कॉउन्सिल ने मामले का संज्ञान लेते हुए फीफा के आदेशों की अनदेखी करने के लिए पीएफएफ पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया।

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