भारतीय मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन

एशियाटिक पर्ल टूर्नामेंट में एक दर्जन मेडल किए अपने नाम
नई दिल्ली।
एशियाई युवा स्वर्ण पदकधारी बेबीरोजिसाना चानू (51 किलोग्राम) और विंका (60 किलोग्राम) ने मोंटेनेग्रो के बुदवा में 30वें एड्रियाटिक पर्ल टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचकर मेडल पक्के कर लिए। मणिपुर की चानू एमसी मैरीकोम एकेडमी में  ट्रेंनिग करती हैं, उन्होंने शुरू से ही बुल्गारिया की जार्जिवा ब्लागोवेस्टा पर दबदबा बनाया जिससे रैफरी को पहले राउंड में ही मुकाबला रोकना पड़ा। अब वह सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान की फेरूजा काजाकोवा से भिड़ेंगी। 
विंका ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उज्बेकिस्तान की सेवारा एशुरोवा के खिलाफ आक्रामक प्रदर्शन किया। यह युवा मुक्केबाज सेमीफाइनल में अब फिनलैंड की सुवी तुजुला के सामने होंगी। एशिया की 2018 में सर्वश्रेष्ठ महिला जूनियर मुक्केबाज अरूधंती चौधरी (69 किलोग्राम) ने भी शानदार तरीके से अपना अभियान शुरू किया और फिनलैंड की एवेलिना तैमी को 5-0 से हराकर ब्रोंज मेडल पक्का कर लिया। हालांकि भारतीय पुरूषों के लिए दिन कठिन रहा। अराम्बाम नाओबा सिंह (52 किलोग्राम), सुमित (69 किलोग्राम) और विशाल गुप्ता (91 किलोग्राम) गुरूवार को अपना क्वार्टर फाइनल मुकाबला हार गये। जुगनू (91 किलोग्राम से अधिक) वाकओवर की बदौलत सेमीफाइनल में पहुंच गए।
महिला मुक्केबाजों में नेहा (54 किलोग्राम) और सनामाचा चानू थोकचोम (75 किलोग्राम) फाइनल में पहुंचने की दौड़ में हैं।अलफिया पठान (81 किलोग्राम से अधिक) स्वर्ण पदक के लिए मोलदोवा की दारिया कोजोरेव से भिड़ेंगी। प्रीति (57 किग्रा) और लकी राणा (64 किग्रा) भी सेमीफाइनल में पहुंच गयी हैं जबकि गीतिका (48 किग्रा) और राज साहिबा (75 किलोग्राम) अपने वर्गों के फाइनल खेलेंगी। पुरूषों में प्रियांशु डबास (49 किलोग्राम) और जुगनू (91 किलोग्राम से अधिक) ने कम से कम कांस्य पदक सुनिश्चित कर लिये हैं।

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