‘सिंह सिस्टर्स’ की जर्सियां होंगी नीलाम

बनारस की इन बहनों ने खेल जगत में बनाई खास पहचान
भारतीय बॉस्केटबॉल का चर्चित चेहरा हैं सिंह सिस्टर्स
खेलपथ प्रतिनिधि
वाराणसी।
ओलम्पिक की तैयारी के लिए पसीना बहा रहे खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है। सिंह सिस्टर्स ने युवा खिलाड़ियों की मदद के लिए अपनी प्यारी जर्सियों (इंडिया कलर) को एक चैरिटी शो में नीलाम करने का फैसला लिया है। नीलामी में टेनिस सुपरस्टार रोजर फेडरर का हेड बैंड, फर्राटा चैंपियन उसैन बोल्ट के जूते, फुटबॉलर लियोनल मेसी और रोनाल्डो की जर्सी की भी नीलामी होगी। यह पहला मौका है जब बनारस के खिलाड़ियों के सामानों की नीलामी होगी।
नीलामी शुक्रवार को बेंगलुरु में आयोजित की गई है। एंटरप्रेन्योर आर्गनाइजेशन (ईओ) और गो स्पोर्ट्स की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित एक चैरिटी शो में अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध खिलाड़ियों के सामानों की बोली लगेगी। नीलामी में खेल प्रमोटर्स, निजी कंपनियों के नुमाइंदे भी शामिल होंगे। नीलामी से एकत्रित पैसा ओलंपिक के लिए प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ियों पर खर्च होगा।
बेंगलूरू से फोन पर बातचीत में भारतीय बास्केटबॉल टीम की पूर्व कप्तान आकांक्षा सिंह ने बताया कि जमैका के फर्राटा चैंपियन उसैन बोल्ट, 20 से अधिक ग्रैंड स्लैम जीत चुके टेनिस सुपरस्टार रोजर फेडरर, सॉकर सुपरस्टार लियोनल मेसी और रोनाल्डो जैसे खिलाड़ियों के साथ सिंह सिस्टर्स का नाम जुड़ना गौरवपूर्ण और सुखद लम्हा है। इंडिया की जर्सी हासिल करने के लिए हम सबने काफी मेहनत की। आज एक पुनीत कार्य के लिए नीलामी का हिस्सा बनने से गर्व महसूस हो रहा है। आकांक्षा ने कहा कि हमारा यह कदम देश के लिए ओलम्पिक मेडल हासिल की ख्वाहिश रखने वाले खिलाड़ियों को ऐसा करने के लिए प्रेरित करेगा।
सर्वश्रेष्ठ चार ए ग्रेड खिलाड़ियों में से एक के रूप में सम्मानित की जा चुकीं आकांक्षा बताती हैं कि चार नंबर की जर्सी हमारे लिए सबसे लकी है। पहले यह जर्सी दिव्या पहनती थी, बाद में उसे मैंने ले लिया। यह नंबर हम दोनों बहनों के लिए हमेशा लकी साबित हुआ। कई अहम मैचों में यह जर्सी हमारी कामयाबी की गवाह रही है।
आकांक्षा सिंह की बहन प्रशांति सिंह पद्मश्री से सम्मानित यूपी की पहली महिला बास्केटबॉल खिलाड़ी हैं। साल 2019 में उन्हें यह नागरिक सम्मान हासिल हुआ था। इससे पहले 2017 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था। उनकी छोटी बहन पूर्व कप्तान प्रतिमा सिंह क्रिकेटर ईशांत शर्मा की पत्नी हैं। आकांक्षा बंगलुरु में बास्केटबॉल अकादमी चलाती हैं, जहां इस समय 100 से अधिक प्रशिक्षु प्रशिक्षण ले रहे हैं। पांच बहनों के अलावा भाई विक्रांत सोलंकी फुटबॉलर हैं।
चार बहनें कर चुकी हैं भारतीय टीम की अगुवाई
जब भी भारतीय महिला बास्केटबॉल की उपलब्धियों का जिक्र आएगा, ‘सिंह सिस्टर्स का नाम जरूर लिया जाएगा। पांच बहनों में प्रियंका को छोड़ अन्य चार दिव्या, आकांक्षा, प्रशांति और प्रतिमा भारतीय टीम की अगुवाई कर चुकी हैं। प्रियंका सियोल (दक्षिण कोरिया) में परिवार के साथ रह रही हैं। अन्य चारों बहनें दिल्ली में हैं। दिव्या खेलो इंडिया से जुड़कर युवा खिलाड़ियों के साथ अपने अनुभव साझा कर रही हैं।

रिलेटेड पोस्ट्स