प्रेरणा की मूर्ति हैं एंड्रिया मेसन

पहले कैंसर को दी मात फिर ट्राएथलॉन पूरा कर रचा इतिहास
नई दिल्ली।
39 साल की एंड्रिया मेसन को 2017 में पता चला कि उन्हें कैंसर है। एंडोमेट्रियोसिस और सर्वाइकल कैंसर का उन्होंने डटकर सामना किया। जीवटता दिखाई, सर्जरी करवाई और सफल ऑपरेशन के बाद महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना शुरू किया। हिम्मत ऐसी कि फिर 'सी टू समिट' ट्राएथलॉन चैलेंज पूरा करने वाली पहली महिला बन गईं।
ट्राएथलॉन एक मल्टी स्पोर्ट्स रेस होती है, जिसमें स्वीमिंग, साइकिलिंग और रनिंग करनी होती है। एंड्रिया ट्राएथलॉन को इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स में पूरा करना चाहती थीं। फ्रांस के चैमोनिक्स में अपना बेस बनाया था, लेकिन कोरोना की वजह से बॉर्डर बंद होने के चलते सारी योजना नए सिरे से करनी पड़ी।
काम चुनौतियों से भरा था। 
रनिंग-हाइकिंग के बारे में एंड्रिया को ज्यादा ज्ञान भी नहीं था। इन सब के बीच उन्होंने 4 सितम्बर से इसकी शुरुआत की और 5 दिनों के अंदर पूरा कर दिखाया। एंड्रिया ने ट्राएथलॉन में कुल 538 किलोमीटर की दूरी तय की। फ्रांस के लेक एनेसी में 38 किलोमीटर की स्वीमिंग के बाद मेसन ने यूरोप की दूसरी सबसे ऊंची चोटी मोंट ब्लैंक पर 330 किलोमीटर साइकिलिंग और फिर वहीं 170 किलोमीटर की रनिंग और हाइकिंग की। इन सब में मेसन को 4 दिन 23 घंटे और 41 मिनट का समय लगा।

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