खेल पुरस्कारों के लिए 500 से ज्यादा खिलाड़ियों के नाम

नीरज चोपड़ा समेत 42 ने किया खेल रत्न के लिए दावा
खेलपथ प्रतिनिधि
नई दिल्ली।
खेल मंत्रालय की खुली छूट के बाद इस साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए पांच सौ से अधिक खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं। इनमें कुछ ऐसे भी आवेदक हैं जिन्हें शायद ही खेलप्रेमी जानते हों। इस बार राजीव गांधी खेल रत्न के लिए 42 लोगों ने नामांकन किया है।
जयलक्ष्मी, अनुसूइया, सभ्या, सम्पूर्णा और मणिकंदन इन नामों के बारे में खेलों की दुनिया में ज्यादा नहीं सुना गया है। ऐसे ही कई नामों ने इस बार देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न के लिए दावा ठोका है। कोरोना के चलते सीधे आवेदन की छूट ने खेल मंत्रालय के समक्ष खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए आवेदनों की झड़ी लगा दी है। मंत्रालय के पास रिकॉर्ड 506 आवेदन आए हैं। इसमें से 42 खेल रत्न के लिए हैं।
खेल रत्न के लिए क्रिकेटर रोहित शर्मा, मनिका बत्रा, अपूर्वी चंदेला, अंकुर मित्तल, अंजुम मोदगिल, अमित पंघाल, मनोज कुमार, हिमा दास, नीरज चोपड़ा, मौमा दास, सज्जन प्रकाश, किदांबी श्रीकांत, विनेश फोगाट, मरियप्पन, वरुण भाटी, जोशना चिनप्पा, रानी रामपाल और ज्योति सुरेखा को छोड़ दें तो बाकी दावा जताने वालों के बारे में ज्यादा नहीं सुना गया है। इनमें गौरवी (बैडमिंटन) और पृथ्वीशेखर (टेनिस), वरिंदर (कुश्ती) जैसे डीफ खिलाड़ी भी हैं।
अर्जुन के लिए 215 ने किया आवेदन 
अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए भी जबरदस्त होड़ है। अर्जुन के लिए रिकॉर्ड 215, द्रोणाचार्य के लिए रिकॉर्ड 140 तो ध्यानचंद पुरस्कार के लिए 81 आवेदन आए हैं। पिछली बार कुल 240 आवेदन आए थे, जिसमें छंटनी के बाद कमेटी के सामने 190 आवेदन रखे गए थे। इस बार सीधे आवेदन की छूट ने मंत्रालय और साई का काम बढ़ा दिया। इनकी छंटनी में उसे दिक्कत आ रही है।
संस्था की बजाय खुद जताया दावा
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए 28 आवेदन आए हैं। खास बात यह है कि यह पुरस्कार खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्था को दिया जाता है, लेकिन इस पर एक यूनिवर्सिटी के खेल निदेशक, एक एडवोकेट और कुछ लोगों ने व्यक्तिगत रूप से दावा जता दिया है। 

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