आईएसएल खेलने की जगह कोरोना से जूझ रहे लोगों की मदद करना प्राथमिकता

कोलकाता। ईस्ट बंगाल (ईबी) के इंडियन सुपर लीग के आगामी सत्र में खेलने की उम्मीदें लगभग खत्म हो गई हैं लेकिन टीम के लिए 2003 में आसियान कप जीतने वाले फुटबॉलरों ने रविवार को क्लब का समर्थन करते हुए कहा कि अभी कोविड-19 महामारी से परेशानी का सामना कर रहे लोगों की मदद करना प्राथमिकता होनी चाहिए।
ईस्ट बंगाल के आसियान कप के चैम्पियन बनने की 17वीं वर्षगाठ पर बाईचुंग भूटिया और टीम के अन्य खिलाड़ियों ने क्लब के सचिव कल्याण मजुमदार को पत्र लिखकर महामारी के कारण परेशानी का सामना कर रहे लोगों की मदद का भरोसा दिया। टीम के पूर्व कप्तान सुले मुसाह और पूर्व खिलाड़ियों ने लिखा, 'दुर्भाग्य से इस वायरस से खेल सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। कोविड-19 की वजह से पूरी दुनिया पीड़ित हैं।' उन्होंने कहा, 'हम इस घातक वायरस के कारण पीड़ित लोगों के साथ दिल से खड़े होना चाहते हैं। हमें लगता हैं कि ऐसी स्थिति में आईएसएल में खेलना हमारी प्रथमिकता नहीं है। हमारा उद्देश्य लाखों पीड़ित लोगों का समर्थन करना हैं।'
उन्होंने कहा, 'हमारा मकसद ‘लोगों के साथ, लोगों के पास’ है और हम आप सभी के साथ देने का वादा करते हैं। ईस्ट बंगाल खुशहाल रहें।' कोच सुभाष भौमिक की देखरेख में ईस्ट बंगाल ने 26 जुलाई 2003 को आसियान कप के फाइनल में थाईलैंड की मजबूत टी बीईसी टेरो सासना को 3-1 से हराया था।
आईएसएल ने अभी तक आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है लेकिन इसके आयोजक फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड ने शुक्रवार को क्लब के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान यह स्पष्ट कर दिया है कि वे टूर्नामेंट में 10 टीमों के साथ बने रहेंगे और फिलहाल नयी टीम के लिए कोई निविदा नहीं होगी।

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