एक तंज ने बनाया कपिल देव को तेज गेंदबाज

खेलपथ प्रतिनिधि
नई दिल्ली।
क्रिकेट के राष्ट्रीय शिविर में एक अधिकारी के तंज ने कपिल देव को तेज गेंदबाज बनने को प्रोत्साहित किया। गौरतलब है कि कपिल से पहले भारतीय क्रिकेट टीम में कोई खास तेज गेंदबाज नहीं हुआ करता था। यह बात स्वयं कपिल देव ने स्वीकारी है।
आज भारतीय टीम के पास तेज गेंदबाजों की पूरी फौज है। इनमें से कुछ गेंदबाजों को तो विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज के रूप में जाना जाता है। 1970 के दशक में भारत को जो भी जीत मिलती थी, वह बल्लेबाजी और स्पिन की ताकत से मिलती थी। पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव से पहले तक टीम में कोई खास तेज गेंदबाज नहीं था। कपिल भारत के पहले फास्ट बॉलिंग ऑल राउंडर बने। उन्होंने तत्कालीन ऑल राउंडर रिचर्ड हैडली का टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट का रिकॉर्ड भी तोड़ा। 
भारतीय लीजेंड सुनील गावस्कर लगातार कहते रहे हैं कि कपिल देव से पहले भारत के पास कोई तेज गेंदबाज नहीं था। पहली विश्व कप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव ने हाल ही में उस वाकये को याद किया, जिसने उन्हें तेज गेंदबाज बनने के लिए प्रेरित किया था।
कपिल देव ने महिला क्रिकेट टीम के कोच डब्ल्यू वी. रमन के यूट्यूब चैनल पर एक इंटरव्यू में कहा, ''पहला बदलाव उस समय आया, जब में अंडर-19 कैंप में शामिल हुआ। आप जानते हैं, कई बार कैंप में अधिकारी भी आपसे सख्ती से पेश आते हैं। मेरा एक अधिकारी से तर्क-वितर्क हुआ। उन्होंने मुझसे पूछा कि तुम क्या करते हो? मैंने जवाब दिया कि मैं तेज गेंदबाज हूं।''
उन्होंने आगे कहा, ''इसके बाद उस अधिकारी ने मुझसे कहा कि लेकिन भारत के पास कोई तेज गेंदबाज कभी नहीं हुआ। उन्होंने मुझे प्रोत्साहित करने की बजाय मेरा मनोबल तोड़ा। तब मैंने अपने आप से कहा कि एक दिन मैं तेज गेंदबाज बनूंगा, उस अधिकारी को गलत साबित करने के लिए। इस तरह मैंने तेज गेंदबाजी पर ध्यान देना शुरू किया।'' बता दें कि कपिल देव ने 131 टेस्ट  मैचों में 5248 रन बनाए और 434 विकेट लिए। वनडे में कपिल ने 253 विकेट लिए और 3783 रन बनाए। 1990 के दशक में कपिल देव ने भारत टीम को कोच किया। आज वह स्थापित क्रिकेट कमेंटेटर हैं।

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