सुनील गावस्कर के टेस्ट करियर के दो शुरुआती रन झूठे

लिटिल मास्टर का जन्मदिन आज
नई दिल्ली।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर आज (10 जुलाई) अपना 71वां जन्मदिन मना रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले 10,000 रनों का आंकड़ा छूने वाले गावस्कर का जन्म 10 जुलाई, 1949 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने 22 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। वेस्टइंडीज के खिलाफ गावस्कर ने डेब्यू मैच में 65 और नॉटआउट 67 रनों की पारी खेली थी। गावस्कर को 'लिटिल मास्टर' के नाम से भी जाना जाता है। सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में शामिल गावस्कर मौजूदा समय में मशहूर कमेंटेटर हैं। गावस्कर के करियर से जुड़े कुछ मजेदार किस्से हैं, जिसमें से एक यह भी था कि उन्होंने मैदान पर अम्पायर से अपने बाल कटवाए थे।
1974 में भारत और इंग्लैंड के बीच ओल्ड ट्रैफर्ड में मैच खेला जा रहा था। इस मैच में गावस्कर ने 101 और 58 रनों की पारी खेली थी। हालांकि यह मैच भारत हार गया था, लेकिन इस मैच के दौरान एक बड़ा ही दिलचस्प किस्सा हुआ था। गावस्कर बल्लेबाजी कर रहे थे और उनकी आंखों में बार-बार बाल आ रहे थे। जिस वजह से उन्होंने अम्पायर को बाल काटने को कहा। फील्ड अम्पायर डिकी बर्ड ने फिर मैदान पर ही कैंची से गावस्कर के बाल काटे। दरअसल अम्पायर गेंद से एक्स्ट्रा निकले धागे काटने के लिए कैंची अपने पास रखा करते थे।
गावस्कर के डेब्यू मैच से भी जुड़े कई दिलचस्प किस्से हैं। जैसे कि उन्होंने दोनों पारियों में हाफ सेंचुरी जड़ी थी, मैच का विनिंग रन भी उनके बल्ले से निकला था। लेकिन इन सभी किस्सों में एक किस्सा बिल्कुल अलग था। शायद ही आप लोग ये जानते होंगे कि गावस्कर के करियर के शुरुआत के 2 रन उनके बल्ले से नहीं निकले थे। इसका खुलासा खुद गावस्कर ने ही अपनी ऑटोबायोग्राफी 'सनी डेज' में किया है।
गावस्कर ने अपने डेब्यू के पहले रन के बारे में लिखा, 'अशोक मांकड़ ने तीन रन लिए और मुझे स्ट्राइक मिली। मैं उस समय थोड़ा डरा हुआ था कि शायद मैं सभी की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाऊंगा। फिर होल्डर ने लेग स्टंप पर गेंद डाली और वो मेरे लेग गार्ड से लगकर फाइन लेग पर गई। हमने दौड़कर दो रन लिए। मैं देखकर हैरान हो गया कि अम्पायर ने लेग बाई का सिग्नल नहीं किया और इस तरह से मेरे नाम पर दो रन जुड़े जो मैंने नहीं बनाए थे। लेकिन इसके साथ ही मेरा डर भी खत्म हो गया और मैंने होल्डर की गेंद पर चौका भी जड़ा था।' इस तरह से गावस्कर के करियर के पहले दो रन झूठे थे, जो आज तक उनके नाम पर जुड़े हुए हैं।

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