मुश्ताक अहमद को हाकी इंडिया का अध्यक्ष पद छोड़ने के निर्देश

खेल मंत्रालय का खेल संघों के खिलाफ सख्त रवैया, समीक्षा में लगे डेढ़ साल
खेलपथ प्रतिनिधि
नई दिल्ली।
दिल्ली हाईकोर्ट की ओर से 57 खेल संघों को मान्यता नहीं दिए जाने के बाद खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल संघों के खिलाफ सख्त रवैया अपना लिया है। इसी कड़ी के तहत उसने सबसे बड़ा निशाना हॉकी इंडिया को बनाया है। मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद को पद से हटने के लिए कह दिया गया है। यही नहीं मंत्रालय ने साफ किया है कि हॉकी इंडिया 30 सितम्बर तक नए चुनाव कराकर उन्हें सूचित करे। इससे पहले मंत्रालय ने जिम्नास्टिक फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव शांति कुमार सिंह को पद छोड़ने के निर्देश देकर इस पर नए चुनाव कराने को कहा है। 
मंत्रालय की ओर से हॉकी इंडिया के सेक्रेटरी जनरल को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि मुश्ताक अहमद 2010 से 2104 तक हॉकी इंडिया के कोषाध्यक्ष और 2014 से 2018 तक महासचिव रहे हैं। उसके बाद वह 2018 से 2022 तक के लिए हॉकी इंडिया के अध्यक्ष बन गए। यह उनका बतौर पदाधिकारी तीसरा लगातार कार्यकाल है,जोकि मंत्रालय की ओर से खेल संघों के लिए आयु व कार्यकाल दिशा-निर्देश के तहत खरा नहीं उतरता है। ऐसे में मुश्ताक अहमद को तत्काल अध्यक्ष पद छोड़ने की सलाह दी जाती है। साथ ही 30 सितम्बर 2022 के कार्यकाल के लिए नए अध्यक्ष पद के चुनाव कराए जाएं। 
हैरानी की बात यह है कि मंत्रालय ने तकरीबन डेढ़ साल की समीक्षा के बाद यह तय किया है कि हॉकी इंडिया के अध्यक्ष का चुनाव गलत है। मंत्रालय ने लिखा है कि उसने हॉकी इंडिया के 23 फरवरी, 2019 के पत्र के जवाब में अध्यक्ष के चुनाव में खामी पाई है। यही नहीं मंत्रालय ने यह आदेश तब निकाला है जब हाईकोर्ट अपने आदेश में कह चुका है कि उसकी ओर से खेल संघों के संबंध में लिए जाने वाले किसी भी फैसले की जानकारी उसके संज्ञान में लाई जाएगी। हॉकी इंडिया वही फेडरेशन है जिसकी 30 सितम्बर तक मान्यता की सिफारिश मंत्रालय ने अदालत के समक्ष की थी।

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