स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया की मान्यता बहाल

खेलपथ प्रतिनिधि
आगरा। खेल मंत्रालय ने स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) की मान्यता बहाल कर दी है। खेल मंत्रालय ने दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल शपथ-पत्र में एसजीएफआई सहित दो अन्य खेल संघों की मान्यता बहाल करने की जानकारी दी है। भारत सरकार से देश में स्कूली खेलों की एकमात्र मान्यता प्राप्त खेल संस्था एसजीएफआई की मान्यता बहाल होने के बाद देशभर के स्कूली खिलाड़ियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। संस्था ने मान्यता बहाली पर खेलमंत्री किरण रिजिजू को धन्यवाद दिया है।
फरवरी 2019 में खेल मंत्रालय ने एसजीएफआई की मान्यता को निलम्बित कर दिया था। 2017 में ऑस्ट्रेलिया में हुए पैसेफिक स्कूल गेम्स के दौरान दिल्ली की एक स्कूली छात्रा के समुद्र में डूबकर मौत के मामले में चल रही जांच के असहयोग के आरोप पर मान्यता निलम्बित हुई थी। संस्था के महासचिव डॉ. राजेश मिश्रा मान्यता बहाली के प्रयासों में तभी से जुट गए थे। वह जांच में सहयोग भी कर रहे थे। लॉकडाउन के दौरान जांच पूरी हुई। जांच रिपोर्ट के आधार पर खेल मंत्रालय ने टीम के साथ गए कुछ लोगों को प्रतिबंधित कर एसजीएफआई की मान्यता बहाल कर दी। इस आशय का शपथ-पत्र मंत्रालय ने दिल्ली हाईकोर्ट में दे दिया है। मान्यता बहाली पर डॉ. राजेश मिश्र ने खुशी जताते हुए कहा कि संस्था जांच में पूरा सहयोग कर रही थी। किसी गलतफहमी की वजह से मान्यता निलम्बित हो गई थी। जब सभी तथ्यों से मंत्रालय को अवगत कराया गया तो जांच के बाद मान्यता बहाल कर दी गई। डॉ. मिश्र ने मान्यता बहाली में सहयोग करने वाले संस्था के पदाधिकारियों को इसके लिए धन्यवाद दिया है।
देशभर के स्कूली खिलाड़ियों में खुशी की लहर
एसजीएफआई की मान्यता बहाली से देशभर के स्कूली खिलाड़ियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। स्कूली खिलाड़ियों का कहना है कि मान्यता निलम्बित होने से उनके करियर को एक साल का ब्रेक लग सकता था। परंतु अब ऐसा नहीं होगा। कोविड-19 के चलते इस वर्ष नेशनल स्कूल गेम्स पर संशय के बादलों के बावजूद खिलाड़ी इस बात को लेकर निश्चिंत हैं कि मान्यता बहाली से उनका एक साल बच जाएगा।
गाइड लाइंस के हिसाब से होंगे नेशनल स्कूल गेम्स
महासचिव डॉ. राजेश मिश्र का कहना है कि कोविड-19 के चलते इस वर्ष नेशनल स्कूल गेम्स पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। खेल मंत्रालय की गाइड लाइंस के हिसाब से आगे की रणनीति तय की जाएगी। संस्था का उद्देश्य स्कूली खिलाड़ियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य है।

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