प्रणय का नाम तीन जून को अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेज दिया था : गोपीचंद

खेलपथ प्रतिनिधि
नई दिल्ली।
एचएस प्रणय ने भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) द्वारा दो जून को राष्ट्रीय खेल अवॉर्ड के लिए अपना नाम न भेजने पर संघ का आड़े हाथों लिया था। हालांकि वह अब पता चला है कि राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद ने तीन जून को प्रणय का नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेज दिया था। गोपीचंद ने आईएएनएस से कहा, “मैंने तीन जून को उनका नामांकन भेज दिया था।” इससे पहले अपना नाम न भेजे जाने पर प्रणय ने अर्जुन अवॉर्ड के पैमानों पर सवाल उठाए थे। 
इस पर प्रणय ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “वही पुरानी कहानी। जिन लोगों ने राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैम्पियनशिप में पदक जीते उन्हें संघ द्वारा नामांकित नहीं किया गया। जो खिलाड़ी इन टूर्नामेंट्स में था भी नहीं उसे नामांकित किया गया। वाह। यह देश मजाक है।” पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 किदाम्बी श्रीकांत और प्रणय इसी साल फरवरी में मनीला में आयोजित एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में बीएआई के मना करने के बाद भी टीम को छोड़कर चले गए थे जिसके कारण भारत के पदक जीतने की उम्मीद अधर में पड़ गई थी और इसी के चलते बीएआई ने दोनों को नोटिल दिया था। भारत को सेमीफाइनल में इंडोनेशिया से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद बीएआई ने इन दोनों का नाम खेल अवॉर्ड के लिए नामांकित न करने का फैसला किया था। श्रीकांत ने इस पर बिना शर्त माफी मांगी है और इसके बाद उन्हें खेल रत्न के लिए नामांकित किया गया था। बीएआई ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर बताया था कि श्रीकांत के माफी मांगने के बाद उनका नाम खेल रत्न के लिए नामांकित किया गया जबकि प्रणॉट को 15 दिन का नोटिस दिया गया है।

बीएआई के महासचिव अजय सिंघानिया ने एक बयान में कहा, “हमें श्रीकांत की तरफ से ईमेल मिला है जिसमें उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की है और उन्होंने साथ ही कहा है कि वह आगे ऐसा नहीं करेंगे। श्रीकांत की प्रतिभा को देखते हुए और उन्होंने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, उन्हें देखते हुए हमने उनका नाम राजीव गांधी खेल रत्न के लिए नामांकित किया है।”सिंघानिया ने कहा, “प्रणय के साथ अनुशासन संबंधी कई मुद्दे हैं। महासंघ अभी तक उन्हें लेकर काफी सहिष्णु रहा है, लेकिन हाल ही में उनके रवैये ने बीएआई को उनके खिलाफ कदम उठाने को मजबूर कर दिया।” उन्होंने कहा, “उनको कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। अगर खिलाड़ी तय समय में अपना जवाब नहीं भेजते हैं तो बीएआई उनके खिलाफ कदम उठाएगा।”
इससे पहले बीएआई ने अर्जुन अवॉर्ड के लिए सात्विकसाइराज रैंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी के अलावा समीर वमार् को नामांकित किया था। इसके बाद प्रणय ने इस पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि जिन खिलाड़ियों ने कुछ नहीं जीता उन्हें राष्ट्रीय अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया है और जिन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों तथा एशियाई चैम्पियनशि में पदक जीते, उन्हें नजरअंदाज किया गया है।

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