साइकिल पर गुरुग्राम से दरभंगा पहुंची ज्योति की चमकेगी किस्मत!

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच अपने पिता को साइकिल पर बैठाकर गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा पहुंची 15 साल की ज्योति को भारतीय साइकिलिंग महासंघ (सीएफआई) ट्रायल का मौका देगा। सीएफआई के निदेशक वीएन सिंह ने कहा कि अगर वह मानकों पर थोड़ी भी खरी उतरती है तो उसे विशेष ट्रेनिंग और कोचिंग मुहैया कराई जाएगी।
मीडिया में आई खबरों के अनुसार ज्योति लॉकडाउन में अपने पिता मोहन पासवान को साइकिल पर बिठाकर एक हजार किमी से ज्यादा की दूरी 8 दिन में तय करके गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा पहुंची है। ज्योति ने रोजाना 100 से 150 किमी साइकिल चलाई। वीएन सिंह ने कहा कि महासंघ हमेशा प्रतिभावान खिलाड़ियों की तलाश में रहता है और अगर ज्योति में क्षमता है तो उसकी पूरी मदद की जाएगी। आगे उसे ट्रेनिंग और कोचिंग शिविर में डाल सकते हैं। हालांकि, उससे पहले हम उसको परखेंगे। अगर वह हमारे मापदंड पर खरी उतरती है तो उसकी पूरी सहायता करेंगे। विदेश से आयात की गई साइकिल पर उसे ट्रेनिंग कराएंगे।
ज्योति के पिता गुरुग्राम में रिक्शा चलाते थे और उनके दुर्घटना का शिकार होने के बाद वह अपनी मां और जीजा के साथ गुरुग्राम आई थी। फिर पिता की देखभाल के लिए वहीं रुक गई। इसी बीच कोरोना के कारण लॉकडाउन की घोषणा हो गई। ऐसे में ज्योति ने पिता के साथ साइकिल पर वापस गांव का सफर तय करने का फैसला किया। घर में ही पृथकवास का समय काट रही ज्योति ने कहा कि अगर मौका मिलता है तो वह ट्रायल के लिए तैयार है।

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