बैटन पकड़ाए बिना होगा रिले रेस का अभ्यास

नई दिल्ली। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने अभ्यास के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की घोषणा कर दी है। इसके तहत रिले अभ्यास में बेटन एक-दूसरे के हाथ में नहीं सौप सकेंगे, मुक्केबाज रिंग में नहीं उतरेंगे और इनडोर बैडमिंटन कोर्ट पर सिर्फ एकल खिलाड़ी अभ्यास करेंगे। हालांकि, अभ्यास कब शुरू होगा, यह स्पष्ट नहीं है। एथलेटिक्स, हॉकी, बैडमिंटन, मुक्केबाजी और निशानेबाजी समेत 11 खेलों में आउटडोर अभ्यास की अनुमति दे दी गई है।

भारोत्तोलक, तीरंदाज, साइकिलिस्ट, तलवारबाज, पहलवान और टेबल टेनिस खिलाड़ी भी सुरक्षा उपायों के साथ अभ्यास कर सकते हैं। संपर्क खेलों में ‘स्पारिंग’ (अभ्यास के साथी) के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है, जबकि स्विमिंग पूल का इस्तेमाल अभी नहीं किया जा सकेगा।
गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के चौथे चरण में खेल परिसरों और स्टेडियमों के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है, लेकिन यह नहीं बताया कि कोरोना वायरस महामारी के बीच अभ्यास कब बहाल होगा। साई के सचिव रोहित भारद्वाज ने बृहस्पतिवार को आॅनलाइन प्रेस काॅन्फ्रेंस में कहा, ‘अभ्यास की बहाली स्थानीय प्रशासन की सहमति पर निर्भर करेगी।’ एसओपी की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि हर इस्तेमाल के बाद अभ्यास के उपकरणों को संक्रमण रहित किया जाएगा, अभ्यास के साथी के इस्तेमाल पर रोक रहेगी और जिम का प्रयोग बारी-बारी से किया जाएगा। सभी खिलाड़ियों और स्टाफ के लिए आरोग्य सेतु का इस्तेमाल जरूरी रहेगा। सामाजिक दूरी के नियम का कड़ाई से पालन करना होगा। खिलाड़ी अपने उपकरण किसी के साथ साझा नहीं करेंगे। भारद्वाज ने कहा कि एसओपी का मकसद खेल गतिविधियां बहाल करना है। इनके आधार पर गतिविधियां शुरू हो सकती हैं, लेकिन सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी है, सब कुछ स्थानीय प्रशासन से मशविरे के बाद ही किया जाएगा।

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