निशानेबाज अंजुम मोदगिल खेल रत्न के लिए नामित

सौरभ चौधरी, अभिषेक वर्मा, मनु भाकर और इलावेनिल वलारिवान अर्जुन अवार्ड की दौड़ में

नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने दिग्गज राइफल निशानेबाज अंजुम मोदगिल को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न के लिए नामित किया है। महासंघ के सूत्रों के अनुसार एनआरएआई ने प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कारों के लिए चैंपियन पिस्टल निशानेबाज सौरभ चौधरी, अभिषेक वर्मा, मनु भाकर और राइफल निशानेबाज इलावेनिल वलारिवान का नाम भेजा है। मनु और वलारिवान के नाम बृहस्पतिवार को सूची में जोड़े गये।
एनआरएआई के अध्यक्ष रणइंदर सिंह ने बयान में कहा, ‘हमारे निशानेबाजों के लिए पिछला सत्र शानदार रहा और इस बार चयन करना काफी मुश्किल था। जिन्हें भी चुना गया है उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और उम्मीद करता हूं कि जो इस साल इस सूची में जगह नहीं बना पाये, वे अपने प्रदर्शन से अगले साल इस सूची में जगह देने के लिए हमें बाध्य करेंगे।’
चंडीगढ़ की अंजुम मोदगिल टोक्यो ओलंपिक के लिए निशानेबाजी में कोटा हासिल करने वाली पहली 2 भारतीय निशानेबाजों में शामिल हैं।
कोरिया में आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में रजत पदक के साथ उन्होंने ओलंपिक कोटा हासिल किया है। पिछले साल अंजुम और दिव्यांश सिंह पंवार की जोड़ी ने म्यूनिख और बीजिंग में आईएसएसएफ विश्व कप की 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते। वह म्यूनिख और रियो डि जिनेरियो में भी आईएसएसएफ विश्व कप की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में पहुंचीं।
युवा ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन 18 साल की मनु ने पिछले तीन साल में शीर्ष अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक सहित कई पदक जीते हैं। हरियाणा की इस निशानेबाज ने 2018 में मैक्सिको में आईएसएसएफ विश्व कप में पदार्पण करते हुए व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था। मनु ओलंपिक के लिए कड़ी तैयारी कर रही हैं और पदक के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं।

द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए जसपाल राणा का नाम
एनआरएआई ने कोच जसपाल राणा को लगातार दूसरे साल द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए नामित किया है। पिछले साल राणा को पुरस्कार के लिए नहीं चुने जाने पर विवाद हो गया था। भारत के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने चयन पैनल की आलोचना की थी।
एशियाई खेलों में कई स्वर्ण पदक जीतने वाले 43 साल के जसपाल को मनु भाकर, सौरभ और अनीष भानवाला जैसे युवा निशानेबाजों को निखारकर विश्व स्तरीय निशानेबाज बनाने का श्रेय जाता है।
पिछले साल अनदेखी के बावजूद जसपाल को उम्मीद है कि उनका चयन ‘निष्पक्ष’ होगा और सबसे हकदार उम्मीदवार को पुरस्कार मिलेगा। द्रोणाचार्य पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में असाधारण नतीजे देने वाले खिलाड़ियों और टीमो को कोचिंग देने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता है। इस पुरस्कार में पांच लाख रुपये की इनामी राशि दी जाती है।

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