सामाजिक दूरी के समय में मुक्केबाज नहीं कर सकेंगे 'स्पारिंग ट्रेनिंग'

नई दिल्ली। राष्ट्रीय शिविर में ट्रेनिंग शुरू होने में अभी समय लगेगा लेकिन जब यह शुरू होगी तो भी कोविड-19 महामारी के भय के चलते मुक्केबाज स्पष्ट दिशानिर्देशों के आने तक कोई 'स्पारिंग' (जोड़ीदार के साथ अभ्यास) नहीं कर पाएंगे। छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम ने स्पष्ट किया कि वह ऐसे समय में किसी के साथ ट्रेनिंग करने की सिफारिश नहीं करेंगी जब हाथ से छूने से भी संक्रमित होने की संभावना है। 
उन्होंने कहा, ''कुछ समय के लिए मुझे ट्रेनिंग में कम से कम स्पारिंग होने की संभावना नहीं दिखती, मैं पूरी तरह से इसके खिलाफ हूं। मेरा मानना है कि ट्रेनिंग अकेले करनी होगी।'' खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह और एमसी मैरीकॉम सहित अन्य मुक्केबाजों के साथ ऑनलाइन बातचीत के बाद रविवार को कहा कि 'स्पारिंग फिर से शुरू होने से पहले सभी जरूरी एहतियात बरती जाएगी। 
उन्होंने कहा, ''हमें तकनीकी अधिकारियों, हाई परफॉर्मेंस निदेशकों और सबसे अहम स्वास्थ्यकर्मियों से चर्चा करनी होगी कि वे हमारे खिलाड़ियों के लिए स्पारिंग जोड़ीदार के साथ अभ्यास शुरू करने से पहले सभी एहतियाती कदमों का आकलन करें।''
उन्होंने कहा, ''हमें अच्छी तरह मेडिकल चेक-अप करना हेागा, अगर जरूरत हुई तो जोड़ीदारों को पृथकवास में रखना होगा, तभी ट्रेनिंग शुरू हो सकती है।'' वहीं भारतीय मुक्केबाजी के हाई परफोरमेंस निदेशक सांटियागो निएवा ने कहा कि जब भी शिविर शुरू होंगे, तब स्पष्ट दिशानिर्देशों के बिना 'स्पारिंग सत्र शुरू नहीं होंगे। उन्होंने कहा, ''जब तक दिशानिर्देश नहीं आयेंगे, तब तक कोई भी स्पारिंग नहीं होगी।
उन्होंने कहा, ''मेरी राय में एक बंद हॉल में जब कोई अंदर जाकर बाहर नहीं आयेगा तो स्पारिंग हो सकती है। हमें सिर्फ सुनिश्चित करना होगा कि जो जोड़ीदारों का समूह चुना गया है, उन्हें अन्य से अलग रखा जाए। इस महामारी से भारत में 1300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है जबकि 40,000 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। दुनिया भर में इससे दो लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई हैं।

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