कोरोना वायरस: महिला हॉकी टीम ने जुटा लिए हैं 15 लाख रुपये

नई दिल्ली। कोरोना वायरस 'कोविड-19' महामारी के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर गरीब और प्रवासी कामगारों की मदद के लिए धन जुटा रही भारतीय महिला हॉकी टीम ने अब तक 15 लाख रुपये जुटा लिए हैं। भारतीय महिला हॉकी टीम ने 1000 लोगों के लिए भोजन का प्रबंध करने के उद्देश्य के साथ यह पहल शुरू की थी। टीम ने इस अभियान को शुरू करने के पहले चार दिनों में ही सात लाख रुपये से अधिक की धनराशि जुटा ली थी और यह क्राउडफंडिंग लॉकडाउन के आखिरी दिन यानी 3 मई 2020 तक जारी रहेगी।
देशव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर टीम ने अपना हॉकी प्रशिक्षण स्थगित कर दिया है और इस समय का बेहतर उपयोग खिलाड़ी अपने खेल और उन क्षेत्रों पर आत्मनिरीक्षण करने के लिए कर रहे हैं। भारतीय पुरुष और महिला टीमें फिलहाल बेंगलुरु स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में हैं और दोनों टीमों के खिलाड़ी खुद को फिट और सकारात्मक रखने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं।
महिला हॉकी खिलाड़ियों ने देशव्यापी बंद के दौरान कम से कम 1000 परिवारों को खाना खिलाने के मकसद से जनभागीदारी के जरिये राहत कोष जुटाने का फैसला किया था। इस दौरान लोगों से सक्रिय जीवन शैली को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। हॉकी इंडिया से जारी विज्ञप्ति में भारतीय कप्तान रानी रामपाल ने कहा था, ''हर दिन हम अखबारों और सोशल मीडिया में पढ़ रहे हैं कि बहुत सारे लोग भोजन के लिए संघर्ष कर रहे हैं, हमने एक टीम के रूप में इन लोगों को मदद करने के लिए कुछ करने का फैसला किया है।'' रानी से कहा था, ''हमने सोचा कि इसके लिए एक ऑनलाइन फिटनेस चुनौती सबसे अच्छा तरीका होगा। इससे हम लोगों से राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान सक्रिय रहने का भी आग्रह कर सकते हैं। इस पहल के माध्यम से हमारा लक्ष्य कम से कम 1000 परिवारों के भोजन के लिए पर्याप्त धन जुटाना है।'' जनभागीदारी से प्राप्त धनराशि को दिल्ली स्थित गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) उदय फाउंडेशन को दान किया जाएगा। इसका इस्तेमाल विभिन्न स्थानों पर रह रहे प्रवासी श्रमिकों और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बीमार लोगों के लिए बुनियादी आवश्यकताएं प्रदान करने के लिए किया जाएगा।

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