लॉकडाउन ने खिलाड़ियों को मुश्किल में डाला

योग और सूर्य नमस्कार कर रहे हैं नीरज चोपड़ा
खेलपथ प्रतिनिधि
पटियाला।
स्टार भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा इन दिनों सूर्य नमस्कार और योग के माध्यम से अपनी क्षमता तथा दक्षता कायम रखने का प्रयास कर रहे हैं। जनवरी में दक्षिण अफ्रीका में टोक्यो ओलम्पिक का टिकट हासिल करने वाले भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को ओलम्पिक टलने का मलाल तो है लेकिन वह इसे सही निर्णय मानते हैं।
नीरज कहते हैं कि मैं जब टर्की से आया था और उन दिनों नियम था कि विदेश से आने वाला हर व्यक्ति 14 दिन आइसोलेशन सेंटर में रहेगा। जिस कारण मैं घर नहीं जा सका। मुझे मजबूरी में पटियाला हास्टल में शरण लेनी पड़ी। मैंने सोचा था कि 14 दिनों के बाद घर चला जाऊंगा लेकिन जब तक देश में लॉकडाउन हो चुका था और मैं यही फंस कर रह गया। मेरी इच्छा थी कि लॉकडाउन के समय माता-पिता के साथ रहूंगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
वह बताते हैं कि मेरे हॉस्टल के पास एक छोटा सा पार्क है और उसी में वॉक व योगा और सूर्य नमस्कार करके अपने को फिट रखने का संघर्ष जारी है क्योंकि लॉकडाउन के कारण ग्राउंड पर नहीं जाने दिया जा रहा। यह समय हर खिलाड़ी के लिए मुश्किल है क्योंकि प्रशिक्षण नहीं हो पा रहा है।
नीरज कहते हैं कि संकट की इस घड़ी में सबका सहयोग जरूरी है। मैंने दो लाख रुपये प्रधानमंत्री व एक लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए हैं। मुझे लगता है सभी को कुछ न कुछ सहयोग करना चाहिए ताकि हर व्यक्ति की सहायता हो सके। मुझे खुशी हो रही है कि हरियाणा व देश के हर प्रदेश में लोग गरीबों के लिए भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं।
लॉकडाउन को आगे बढ़ाने को लेकर नीरज कहते हैं कि मैं इसका समर्थन करता हूं और लोगों की जान बचाने के लिए अगर इसे और आगे बढ़ाना पड़े तो भी उसका समर्थन करता हूं। लॉकडाउन हमारी जान बचाने के लिए किया जा रहा है और मेरी देश के युवा साथियों से अपील है कि वह लॉकडाउन का पालन करें और दूसरों को भी प्रेरित करें।

 

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