दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार विम्बलडन प्रतियोगिता रद्द

लंदन,  (एजेंसी)। कोरोना वायरस महामारी के कारण विम्बलडन रद्द कर दिया गया। दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार यह सबसे पुराना ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट रद्द किया गया है। आल इंगलैंड क्लब ने आपात बैठक के बाद यह घोषणा की कि इस साल यह टूर्नामेंट नहीं होगा। विम्बलडन क्लब के ग्रासकोर्टपर 29 जून से 12 जुलाई के बीच खेला जाना था। अब अगला सत्र 28 जून से 11 जुलाई 2021 के बीच होगा। यह टूर्नामेंट पहली बार 1877 में खेला गया और उसके बाद से हर साल होता आया है।

सिर्फ 1915 से 1918 के बीच प्रथम विश्व युद्ध के दौरान और 1940 से 1945 के बीच दूसरे विश्व युद्ध के दौरान यह नहीं खेला गया। कोरोना वायरस के कारण टोक्यो ओलंपिक स्थगित हो चुके हैं। विम्बलडन इस महामारी के कारण रद्द होने वाला पहला ग्रैंडस्लैम है। मई में होने वाला फ्रेंच ओपन अब सितंबर के आखिर में होगा। अमेरिकी ओपन 31 अगस्त से 13 सितंबर के बीच न्यूयार्क में खेला जायेगा। कोरोना वायरस का कहर टेनिस की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता विंबलडन पर टूट ही गया। कोविड-19 के कारण विश्व भर की खेल प्रतियोगिताएं प्रभावित हुई हैं और अब आल इंगलैंड क्लब में होने वाला एकमात्र ग्रासकोर्ट ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट रद्द होने से टेनिस सत्र पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो जायेगा। उल्लेखनीय है कि फ्रेंच ओपन पहले ही आगे खिसका दिया गया है जबकि 7 जून तक सभी प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गयी हैं। विंबलडन 29 जून से शुरू होना था जहां नोवाक जोकोविच और सिमोना हालेप को अपने एकल खिताब का बचाव करने के लिये उतरना था।
दोबारा आल इंगलैंड क्लब में नहीं दिखेंगे फेडरर, सेरेना, वीनस विलियम्स !
विंबलडन के रद्द होने का मतलब है कि कई बार के चैंपियन रोजर फेडरर, सेरेना विलियम्स और वीनस विलियम्स आल इंगलैंड क्लब में अपना आखिरी मैच खेल चुके हैं। फेडरर और सेरेना 2021 की चैंपियनशिप तक लगभग 40 साल के हो जाएंगे जबकि वीनस 41 वर्ष की हो जाएगी। पिछले साल फाइनल में हालेप से हारने वाली सेरेना के नाम पर अभी 23 ग्रैंडस्लैम खिताब हैं और उन्हें मारग्रेट कोर्ट के रिकार्ड की बराबरी के लिये एक खिताब की जरूरत है। हालांकि कहा जा रहा है कि इंगलैंड में घसियाले कोर्ट पर खेलने की जरूरतों को देखते हुए टूर्नामेंट को स्थगित करना अव्यवहारिक लगता है। गर्मियों में बाद में या सर्दियों से पहले इसके आयोजन का मतलब होगा कि शाम लंबी नहीं होगी।
इस बार विम्बलडन न हो, यह पचा पाना मुश्किल : इसनर
विंबलडन में अब तक सबसे लंबी अवधि तक चले मैच में जीत दर्ज करने वाले जान इसनर ने कहा कि इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के रद्द होने की खबर को पचा पाना मुश्किल है। इसनर ने ईएसपीएन से कहा, ‘हम उम्मीद कर रहे थे कि आयोजक इस साल टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर आशावादी होंगे। मैं उनसे कुछ सकारात्मक सुनना पसंद कर रहा था।’ उन्होंने कहा, ‘हमें यह बात स्वीकार करनी पड़ेगी कि इस बार हम विंबलडन नहीं खेल पाएंगे। बस इसे पचा पाना बहुत मुश्किल होगा।’ इसनर अभी एटीपी रैंकिंग में 21वें नंबर पर हैं और अमेरिकी खिलाड़ियों में शीर्ष पर है। उन्होंने 2010 में विंबलडन के पहले दौर में फ्रांस के निकोलस माहूट को 11 घंटे से भी अधिक समय तक चले मैच में हराया था। यह मैच तीन दिन तक खिंचा था जिसमें पांचवां सेट 70-68 पर खत्म हुआ था।

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