बसंत में ओलंपिक के आयोजन से मिल सकती है गर्मी से निजात

नई दिल्ली। निराशा के बीच आशा की एक किरण जरूर होती है और ऐसा ही कुछ टोक्यो 2020 ओलंपिक के स्थगित होने से निराश आयोजकों के साथ भी हुआ, जिन्हें अब इस खेल महाकुंभ के दौरान भीषण गर्मी की चिंता का समाधान ढूंढने का वक्त मिल गया है। कोरोना वायरस महामारी के कारण पहली बार शांतिकाल में ओलंपिक खेलों को स्थगित किया गया है। यह खेल अब 2020 के बाद, लेकिन 2021 की गर्मियों तक आयोजित किए जाएंगे। इससे टोक्यो आयोजकों के लिए कई विकल्प खुल गए हैं। 

इससे ओलंपिक के बसंत यानि अप्रैल मई के महीनों में आयोजन की संभावना बन गई है जब जापान का मौसम खुशनुमा होता है। तब खिलाड़ियों और प्रशंसकों के जापान की भीषण गर्मियों में बीमार होने जैसी चिंता नहीं रहेगी। टोक्यो की गवर्नर यूरिको कोइके ने पुष्टि की कि खेलों के स्थगित होने से उन्हें यह विकल्प मिल गया है। इससे उन्हें मैराथन का आयोजन टोक्यो में ही करवाने का मौका भी मिल सकता है। 

पहले टोक्यो की भीषण गर्मी के कारण मैराथन का आयोजन उत्तरी जापान के शहर सापोरो में करवाने का फैसला किया गया था। कोइके ने कहा, ''अब जबकि हम ऐसी स्थिति में है तो एक राय यह भी है कि (अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति) इनका आयोजन ऐसे समय में करे जबकि गर्मियां न हों।'' 

इसके बाद उन्होंने मुस्कराते हुए कहा, ''मुझे लगता है कि अगर तापमान कम होता है तो टोक्यो मैराथन की मेजबानी के लिए भी अच्छा होगा।'' आईओसी प्रमुख थॉमस बाक ने भी कहा, ''खेलों का नया कार्यक्रम केवल गर्मियों के महीनों तक ही सीमित नहीं होगा। सभी विकल्प खुले हैं और इनमें 2021 की गर्मियों से पहले या गर्मियों के दौरान आयोजन दोनों शामिल हैं।''

टोक्यो 2020 आयोजन समिति के प्रमुख योशिरो मोरी के दिमाग में यह बात तो उसी समय आ गई थी, जबकि खेलों को स्थगित करने का फैसला किया गया था। उन्होंने खेलों के स्थगित होने के तुरंत बाद कहा था, ''हम गर्मियों तक नया कार्यक्रम तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं। इनका आयोजन पहले भी हो सकता है जिससे भीषण गर्मी से बचा जा सके। क्या यह अच्छी बात नहीं है। बसंत यानि अप्रैल मई में ओलंपिक खेलों का आयोजन होता है तो इसकी तिथियां यूरोपीय फुटबाल सत्र के आखिरी मैचों, एनबीए प्लेऑफ और अमेरिका के बेसबाल सत्र के शुरुआती मैचों से टकराएंगी।''

इसी दौरान भारत में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन भी किया जाता है, लेकिन अगर गर्मियों में इनका आयोजन होता है तो एथलेटिक्स और तैराकी की विश्व चैंपियनशिप को आगे खिसकाना होगा।

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