खिलाड़ियों की जांबाजी को देश का सलाम

लॉकडाउन के बीच पुलिस की ड्यूटी निभा रहे भारतीय खिलाड़ी

खेलपथ प्रतिनिधि
नयी दिल्ली।
खेल के मैदान पर देश का परचम लहराने वाले कुछ भारतीय खिलाड़ी इस समय कोविड 19 के खिलाफ लड़ाई में देशव्यापी बंद के दौरान पुलिस की अपनी ड्यूटी निभाते हुए सड़कों पर उतरकर लोगों से अपने घरों में रहने का आग्रह कर रहे हैं। विश्व कप विजेता क्रिकेटर जोगिंदर शर्मा, भारतीय हाकी टीम के पूर्व कप्तान राजपाल सिंह, राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज अखिल कुमार और एशियाई खेल चैम्पियन कबड्डी खिलाड़ी अजय ठाकुर सभी पूर्णकालिक पुलिस अधिकारी हैं और खेल जगत में उनकी उपलब्धियों के कारण उन्हें यह नौकरी मिली है। 
टी20 विश्व कप 2007 में फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ चमत्कारिक आखिरी ओवर डालने वाले जोगिंदर ने कहा,‘मैं 2007 से हरियाणा पुलिस में डीएसपी हूं। इस समय एक अलग तरह की चुनौती सामने है। हमारी ड्यूटी सुबह 6 बजे से शुरू हो जाती है जिसमें लोगों को जागरूक करना, बंद का पालन करना और चिकित्सा सुविधायें देना शामिल है।’
गुरुग्राम पुलिस में एसीपी राष्ट्रमंडल खेल 2006 स्वर्ण पदक विजेता अखिल कुमार ने कहा,‘लोग सहयोग कर रहे हैं। जरूरी सामाान मिलने से ज्यादा घबराहट भी नहीं है। लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने से ही यह वायरस रूक सकेगा। लोग भी समझ रहे हैं।’
अपना 38वां जन्मदिन मना रहे कुमार अपने दोस्तों के साथ पैसा इकट्ठा करके जरूरतमंदों को खाने-पीने का सामान और सेनेटाइजर्स दे रहे हैं। वहीं रेवाड़ी में तैनात एशियाई कांस्य पदक विजेता जितेंदर ने कहा,‘हम अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम जमीन से जुड़े हैं और हमें पता है कि भूख क्या होती है।’’
अर्जुन पुरस्कार और पद्मश्री विजेता ठाकुर हिमाचल प्रदेश पुलिस में हैं। बिलासपुर में तैनात जितेंदर ने कहा,‘हम मास्क, दस्ताने और सेनेटाइजर्स लेकर चलते हैं लेकिन सबसे बड़ी सुरक्षा यही है कि लोग सड़क पर नहीं उतरे।’ खिलाड़ी होने के नाते इन सभी को संयम की अहमियत पता है और इससे उन्हें मौजूदा हालात से निपटने में मदद मिल रही है। दो बार के ओलंपियन कुमार ने कहा,‘सेवा, सुरक्षा और सहयोग हमारी फोर्स का सूत्रवाक्य है। हम इस पर पूरा अमल करने की कोशिश कर रहे हैं।’
इस समय संयम सबसे बड़ी कुंजी : राजपाल
मोहाली में डीएसपी के पद पर तैनात राजपाल ने कहा,‘मैं पुलिस की पूर्णकालिक नौकरी कर रहा हूं और इस समय मुख्य काम लॉकडाउन का पालन कराना है। इसके साथ ही जरूरतमंदों को जरूरी चीजें मुहैया कराने पर भी हमारा जोर है।’ उन्होंने कहा,‘ऐसे समय में संयम सबसे बड़ी कुंजी है और पुलिस का मानवीय चेहरा भी लोगों को देखने को मिल रहा है। हम कोशिश यही कह रहे हैं कि लोगों को धीरज बंधा सकें और तकलीफ से निकाल सकें।’

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