खेलों के महोत्सव पर कोरोना का संक्रमण

लुसाने, 24 मार्च (एएफपी)
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने मंगलवार को घोषणा की कि विश्वभर में फैली कोरोना वायरस महामारी के कारण टोक्यो ओलंपिक खेल 2020 को अगले साल गर्मियों तक के लिये स्थगित कर दिया गया है। पूर्व कार्यक्रम के अनुसार इन खेलों का आयोजन 24 जुलाई से 9 अगस्त के बीच होना था लेकिन आईओसी अध्यक्ष थामस बाक और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच टेलीफोन पर बातचीत के बाद ओलंपिक को पहली बार शांतिकाल में भी स्थगित करने का ऐतिहासिक फैसला किया गया।

आबे ने इससे पहले कहा था कि जापान ने आईओसी से खेलों को एक साल के लिये स्थगित करने के लिये कहा जिस पर बाक ने शत प्रतिशत सहमति जतायी। आईओसी पर खेलों को स्थगित करने का दबाव बढ़ गया था क्योंकि कनाडा और आस्ट्रेलिया के बाद अमेरिका, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड ने भी इन्हें टालने की मांग की थी। कनाडा और आस्ट्रेलिया पहले ही कोविड 19 के कारण ओलंपिक से पीछे हट गये थे। अमेरिकी ओलंपिक समिति ने कहा है कि खेलों को स्थगित करना ही सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। ब्रिटेन ने भी कहा है कि वह कनाडा और आस्ट्रेलिया का अनुसरण करने के लिये तैयार है जबकि जर्मनी और न्यूजीलैंड के ओलंपिक संघ और खिलाड़ियों ने भी खेलों को टालने की मांग की थी। विश्व एथलेटिक्स समेत दुनिया भर के खेल महासंघों ने 24 जुलाई से नौ अगस्त तक होने वाले इन खेलों को आगे बढ़ाने की मांग की थी।

फुकुशिमा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को ओलंपिक मशाल देखने आये लोग कोरोना के डर से पहले हाथों में सेनेटाइज़र लगाते हुए।-एएफपी

सन‍् 1948 के बाद यह पहला मौका
ओलंपिक को अब बहिष्कार, आतंकी हमले और विरोधों का सामना करना पड़ा है लेकिन 1948 के बाद इन्हें हर चार साल में आयोजित किया जाता रहा है। यह दुनिया भर में हजारों लोगों की जान लेने वाले कोरोना वायरस से प्रभावित सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता होगी। इस महामारी के कारण दुनिया भर की खेल प्रतियोगिता ठप पड़ी हुई हैं। आईओसी पर 24 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों को स्थगित करने का दबाव लगातार बढ़ रहा था क्योंकि कोविड-19 के कारण पूरी दुनिया में एक अरब 70 करोड़ लोग घरों में बंद हैं। अधिकतर खिलाड़ियों के लिये ओलंपिक की तैयारियां करना मुश्किल हो गया था क्योंकि इससे उनके बीमारी से सक्रमित होने का खतरा था। विभिन्न प्रतियोगिताएं और क्वालीफायर्स रद्द कर दी गयी थी और अंतर्राष्ट्रीय यात्रा सीमित कर दी गयी हैं।

फुकुशिमा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को ओलंपिक मशाल को देखने के लिये एकत्र लोग। ओलंपिक टलने के बाद ओलंपिक मशाल रिले भी स्थगित कर दी गयी है।-एएफपी

मेजबानी पर 12 अरब 60 करोड़ डालर खर्च
टोक्यो ने खेलों की मेजबानी पर 12 अरब 60 करोड़ डालर खर्च किया है और इसके ताजा बजट को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि खेलों को स्थगित करने से 6 अरब डालर का अतिरिक्त खर्चा होगा। यह प्रायोजकों और प्रमुख प्रसारकों के लिये भी करारा झटका है जो कि विज्ञापन से होने वाले राजस्व के लिये हर 4 साल में होने वाले खेल महाकुंभ का इंतजार करते हैं। यह पहला अवसर नहीं है जबकि टोक्यो ने खेलो के कार्यक्रम में बदलाव देख रहा है। इससे पहले उसे 1940 में भी मेजबानी मिली थी लेकिन चीन के साथ जापान के युद्ध के कारण अंतर्राष्ट्रीय दबाव में उसे इससे हटना पड़ा था।
ओलंपिक मशाल रिले भी स्थगित
ओलंपिक खेल टलने के बाद अब ओलंपिक मशाल रिले भी स्थगित करने का आदेश दे दिया गया है। इससे पहले टोक्यो ओलंपिक मशाल रिले बृहस्पतिवार को फुकुशिमा से शुरू होनी थी। यूनान से 12 मार्च को ओलंपिक ज्योति यहां पहुंच गई थी।

टोक्यो में मंगलवार को ओलंपिक रिंग्स के साथ फोटो खिंचवाती एक महिला।-एएफपी

अगले साल भी टोक्यो 2020 ही कहलायेगा ये ओलंपिक
ओलंपिक खेल स्थगित होने के बावजूद अगले साल भी टोक्यो 2020 ही कहलायेंगे। शहर के गर्वनर ने यह जानकारी दी। गर्वनर यूरिको
कोइके ने कहा,‘इन खेलों का नाम टोक्यो 2020 ही रहेगा।’ जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के प्रमुख थामस बाक से बातचीत के बाद खेल एक साल के लिये स्थगित किये जाने की घोषणा की थी।

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