अपना आकाश पाने की जद्दोजहद

कह सकते हैं ये आस्ट्रेलिया का सुपर संडे था। उनका लंबा अनुभव था, घरेलू मैदान था तथा उनका मनोबल बढ़ाने के लिये मेलबार्न क्रिकेट ग्राउंड में पहली बार रिकॉर्ड 86 हजार दर्शक थे। हां, भारतीय महिला क्रिकेटरों का बल्ला नहीं चला। शायद रविवार उनका दिन नहीं था। पूरे टूर्नामेंट में यदि कप्तान सिर्फ तीस रन ही बना पाये तो टीम के मनोबल पर असर पड़ना स्वाभाविक था। आस्ट्रेलिया ने टॉस भी जीता और मैच भी। पांचवीं बार टी-20 विश्वकप भी। बहरहाल, भारतीय टीम की कुछ उपलब्धियों पर हम गर्व भी कर ही सकते हैं। भारत में जहां गली-मोहल्लों में लड़कियों को क्रिकेट खेलने की आजादी नहीं रही, उसकी टीम पहली बार फाइनल तक पहुंची है। टूर्नामेंट के ग्रुप मैच में टीम कोई मैच नहीं हारी। यहां तक कि पहले ही मैच में उसने दुनिया की दिग्गज टीम आस्ट्रेलिया को धूल चटाई थी। बस फाइनल में वे जीत की लय नहीं बना पायी। हमें टीम की उपलब्धियों का समग्र रूप में मूल्यांकन करना होगा। स्वाभाविक खेल दिखाने में लड़कियों की मुसीबतें कम नहीं थीं। हरियाणा की शेफाली वर्मा ने टूर्नामेंट में कमाल ही किया। यहां तक की छोटी उम्र में क्रिकेट की शुरुआत करके उसने सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी का रिकॉर्ड तक तोड़ा। सबसे कम उम्र में अर्धशतक लगाकर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया। मगर फाइनल में उम्मीदों के अनुरूप नहीं खेल पायी।
महिला क्रिकेटरों को इस मुकाम तक पहुंचने में तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा। आज ये जो रिकॉर्ड तोड़ती शेफाली वर्मा है, उसे पहले खेलने तक नहीं दिया जाता था। एक बार लड़कों ने इस चुटिया वाली शेफाली को लड़की होने के कारण खेल से बाहर कर दिया था कि तू जा बाहर बैठकर ताली बजा। फिर जुनून को पूरा करने के लिये उसने लड़कों जैसे बाल कटवाये। आज वह भारतीय महिला टीम की शान है। भारतीय महिला क्रिकेटरों के दमखम से दुनिया हैरत में है। वर्ष 2009 में जब महिला वर्ल्ड कप में भारत व आस्ट्रेलिया का मुकाबला चल रहा था तो बैटिंग करने के लिये टीम की नई खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर को उतारा गया। हरमन ने आठ गेंदों में 19 रन बनाये और एक ऐसा जोरदार छक्का मारा कि लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली। सिक्सर इतना जोरदार था कि सब हैरत में पड़ गए कि एक नई खिलाड़ी ऐसा छक्का कैसे लगा सकती है। मैच के बाद हरमनप्रीत को डोप टैस्ट के लिये बुलाया गया। महिला दिवस के दिन शानदार क्रिकेटर व भारतीय टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें क्रिकेट ग्राउंड पर वह माथे पर बिंदी लगाये और साड़ी पहनकर छक्का लगाती नजर आती हैं। इस वीडियो को नौ लाख से अधिक लोगों ने देखा। उसने लिखा कि हर साड़ी आप से बहुत कुछ कहती है। आपको अलग दिखना सिखाती है। चलो इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक अनमोल चीज की शुरुआत करते हैं। इस महिला दिवस पर हम अपनी शर्तों पर जीना शुरू करते हैं। लोगों ने  इसे महिलाओं का अपना आकाश हासिल करने की तीव्र उत्कंठा बताया।

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