एनडीटीएल से नहीं हटेगा प्रतिबंध

वाडा ने 38 में से 12 सैम्पलों पर जताया शक
खेलपथ प्रतिनिधि
नई दिल्ली।
वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) की ओर से नेशनल डोप टेस्ट लैबोरेटरी (एनडीटीएल) पर लगाए गए प्रतिबंध हटने की उम्मीदें बुरी तरह चरमरा गई हैं। एनडीटीएल की ओर से किए गए आईसोटोप रेश्यो मॉस स्पेक्ट्रोमेट्री (आईआरएमएस) की टेस्टिंग में पॉजिटिव पाए गए चार खिलाड़ियों के सैम्पल वाडा की टेस्टिंग में नेगेटिव पाए गए हैं। इन चारों खिलाड़ियों पर नाडा की ओर से प्रतिबंध लगाया जा चुका है। अब नाडा इन चारों खिलाड़ियों से प्रतिबंध हटाने की तैयारी कर रहा है।
अब एनडीटीएल लैब को वाडा के लैब एक्सपर्ट ग्रुप के समक्ष टेस्टिंग की प्रक्रिया को सही साबित करना होगा। अगर एनडीटीएल ऐसा करने में विफल रहती है तो उसे खतरनाक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। ऐसे में लैब पर वाडा नियमित या फिर काफी बड़े अंतराल का प्रतिबंध लगा सकता है। वाडा एनडीटीएल के भाग्य पर इसी माह फैसला ले सकता है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
वाडा ने एनडीटीएल में एक जनवरी 2016 से 19 अगस्त 2019 तक किए गए 38 आईआरएमएस टेस्ट का डाक्यूमेंटेशन पैकेज मांगा था। सूत्र बताते हैं कि इन 38 में से 12 सैम्पलों पर वाडा ने शक जताते हुए इनके सैंपल मांगे। इनमें से एनडीटीएल ने चार सैम्पल वाडा को दिए। इन चारों सैम्पल को रोम लैब में टेस्टिंग के लिए भेजा गया। ये चारों सैम्पल एनडीटीएल में पॉजिटिव थे, लेकिन रोम लैब में ये चारों नेगेटिव पाए गए।
हालांकि सूत्र बताते हैं कि ये चारों खिलाड़ी कोई नामी नहीं हैं। इनमें दो एथलेटिक्स (डिस्कस थ्रोअर, डिकेथलान), एक फेंसर और एक साइकिलिस्ट है। एनडीटीएल ने वाडा की भेजी रिपोर्ट नाडा को दे दी है। नाडा इन चारों से प्रतिबंध हटाने जा रहा है हालांकि एनडीटीएल इन टेस्टों की प्रक्रिया को सही साबित करने को कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
वाडा ने संकेत दिए हैं कि आईआरएमएस ठीक किए बिना उनकी ओर से एनडीटीएल का दौरा नहीं किया जाएगा, लेकिन एनडीटीएल में अब तक आईआरएमस को सुधारा नहीं जा सका है। इस बीच खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भी वाडा को पत्र लिखकर आईआरएमएस को छोड़ लैब पर लगे प्रतिबंध को हटाने की गुहार लगाई, लेकिन वाडा इस पर नहीं मानी वहीं खेल मंत्रालय ने लैब का आईएसओ प्रमाण पत्र हासिल करने की प्रक्रिया सोमवार को शुरू कर दी। जर्मनी से दो वैज्ञानिकों को इसके लिए बुलाया गया है।

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