सुनील जाखड़ ने की भारतीय कबड्डी टीम के पाकिस्तान दौरे पर जाने की जांच की मांग

पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने विश्व चैंपियनशिप के लिए पाकिस्तान दौरे पर गई 'अनधिकृत' भारतीय कबड्डी टीम की विवादास्पद यात्रा की सोमवार को जांच की मांग की। जाखड़ ने सवाल उठाया कि केंद्रीय खेल मंत्रालय से बिना किसी आधिकारिक मंजूरी लिए खिलाड़ी वहां कैसे चले गये। खेल मंत्रालय और भारतीय एमेच्योर कबड्डी महासंघ (एकेएफआई) ने दावा किया कि उन्होंने किसी भी खिलाड़ी को पाकिस्तान में खेलने की मंजूरी नहीं दी है।

सुनील जाखड़ ने यहां पत्रकारों से कहा, ''इसकी जांच होनी चाहिए कि खिलाड़ी वहां कैसे पहुंचे।'' उन्होंने कहा, ''यह बहुत गंभीर मामला है और इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। इसकी जांच की जानी चाहिए कि इन खिलाड़ियों को वहां क्यों भेजा गया है।''

राज्य के खेल मंत्री राणा गुरमित सिंह सोढ़ी ने कहा कि पंजाब सरकार ने किसी भी टीम को पाकिस्तान में होने वाली चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए नहीं भेजा है। सोढ़ी ने जब पूछा गया कि टीम में कई खिलाड़ी पंजाब के हैं तो उन्होंने कहा, ''हमारा इससे कुछ लेना देना नहीं।''

'पाकिस्तान गई भारतीय टीम आधिकारिक नहीं'
वर्ल्ड कबड्डी फेडरेशन ने कहा है कि विश्व कप में हिस्सा लेने के लिए भारत की जो टीम पाकिस्तान गई है वह 'भारत' शब्द का इस्तेमाल करने के लिए अधिकृत नहीं है। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भी कहा है कि कबड्डी विश्व कप में हिस्सा लेने के लिए जो लोग पाकिस्तान पहुंचे है, वह वे अपने बैनर तले 'भारत' शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकते है। 

वर्ल्ड कबड्डी फेडरेशन (आईएफ) के अध्यक्ष और सीईओ एल. डोरजी लामा ने आईएएनएस से कहा, “इस मामले में आईओए का बयान सही है। भारत की जो टीम लाहौर में है वह आधिकारिक नहीं है। जब तक खेल मंत्रालय उसे अपनी सहमति नहीं दे देता है तब तक कोई भी टीम 'भारत' शब्द का इस्तेमाल करने के लिए अधिकृत नहीं है।” 

इससे पहले, आईओए के अध्यक्ष सोमवार को आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा कि जो लोग शनिवार को लाहौर पहुंचे हैं, वे देश के अधिकारी नहीं हैं और इसलिए वे अपने बैनर तले 'भारत' शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकते है क्योंकि वे एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया (एकेएफआई) द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है। 

बत्रा ने कहा, “आईओए ने उन्हें अपनी मंजूरी नहीं दी है और ना ही महासंघ ने उन्हें मंजूरी दी है। इसलिए मुझे नहीं पता कि कौन गए हैं। पता नहीं 60 गए हैं या 100। मुझे कुछ नहीं पता। कबड्डी फेडरेशन, जोकि आईओए का सदस्य है, उसने हमसे पुष्टि की है कि उन्होंने किसी को नहीं भेजा है। मैंने खेल मंत्रालय का बयान पढ़ा है जिसमें भी पुष्टि की गई है कि उन्होंने किसी को इसकी मंजूरी नहीं दी है। इसलिए मुझे नहीं पता कि वे कौन है और क्या कहानी है।” भारतीय टीम वाघा सीमा के रास्ते लाहौर पहुंची। पाकिस्तान में पहली बार कबड्डी विश्व कप का आयोजन हो रहा है। इसमें भारत समेत दस देशों की टीमें हिस्सा ले रही हैं। 

बत्रा ने कहा, “जब तक हमारे सदस्य इकाई इसे मंजूरी नहीं देते तब तक वे 'भारत' शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसके लिए आपको आईओए और सरकार से अनुमति लेनी होगी, तभी आप उस शब्द का इस्तेमाल कर सकते हैं। भारतीय पासपोर्ट वाले कुछ लोग भारत के रूप में वहां जाते हैं और खेलते हैं। लेकिन मैं पाकिस्तान के बारे में कुछ नहीं कह सकता, यह मेरे अधिकार से बाहर है।” 

विदेश में होने वाले टूर्नामेंटों में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय महासंघों को खेल मंत्रालय से इजाजत लेने की जरूरत होती है। खेल मंत्रालय फिर इसके लिए गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से अनुमति मांगता है। इस बीच, एकेएफआई के प्रशासक जस्टिस (रिटायर्ड हर्ट) एसपी गर्ग ने कहा है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि कोई टीम पाकिस्तान गई है। 

उन्होंने एक बयान में कहा, “किसी भी टीम ने पाकिस्तान जाने और वहां कबड्डी मैच खेलने के लिए एकेएफआई से अनुमति नहीं ली है। एकेएफआई ऐसे कामों के लिए समर्थन नहीं करता है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।”

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